- गत शुक्रवार को प्रयागराज में हुई हिंसा, पुलिस ने हिंसा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तेज की
- हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 319 लोगों को गिरफ्तार किया है, अभी और लोगों पर होगी कार्रवाई
- प्रयागराज जिला प्रशासन ने हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता जावेद अहमद का घर बुलडोजर से तोड़ा है
Demolition in Prayagraj : प्रयागराज में गत शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में जिला प्रशासन ने पुलिस के सहयोग से मुख्य आरोपी जावेद अहमद के घर को जमींदोज कर दिया। प्रशासन की इस कार्रवाई पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं। वह किसी को भी दोषी ठहराकर उनके घर तोड़ देंगे?
घर आरोपी की पत्नी के नाम पर था -ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, 'उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं। वह किसी को भी दोषी ठहराकर उनके घर तोड़ देते हैं। इलाहाबाद में जो घर गिराया घर, वह घर आरोपी की पत्नी के नाम पर था और महिला मुस्लिम है।' प्रशासन ने रविवार को हिंसा के आरोपी जावेद के घर को तीन बुलडोजर लगाकर तोड़ दिया। घर तोड़ने से पहले प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने घर को गिराने का नोटिस लगाया था। इस नोटिस में कहा गया था कि सुबह 11 बजे तक घर खाली कर दिया जाए। नोटिस के मुताबिक दो मंजिला मकान अवैध तरीके से बनाया गया था।
जावेद के घर से प्रदर्शन से जुड़े पोस्टर्स एवं झंडे मिले
पुलिस का कहना है कि घर गिराने के दौरान जावेद के घर से प्रदर्शन से जुड़े पोस्टर्स एवं झंडे मिले। शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को हिरासत में लिया है। प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार का कनहा है कि जांच में एआईएमआईएम से जुड़े लोगों के नाम सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि इस हिंसा मामले के मास्टरमाइंड और लोग भी हो सकते हैं। एसएसपी का कहना है कि 70 अन्य लोगों को भी आरोपी के रूप में पहचान की गई है और 5000 से ज्यादा लोगों को अज्ञात आरोप बनाया गया है। आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट एवं एनएसए के तहत कार्रवाई होगी।
जुमे की नमाज के बाद हिंसा: यूपी समेत कई राज्यों में 400 से अधिक गिरफ्तारी, पश्चिम बंगाल में और हिंसा, झारखंड में तनाव
हिंसा मामले में यूपी में 319 गिरफ्तार
बीजेपी के दो बर्खास्त नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के खिलाफ शुक्रवार को कई राज्यों में हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुए। जबकि विरोध प्रदर्शनों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई में अब तक 400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पश्चिम बंगाल के नदिया के बेथुआडाहारी रेलवे स्टेशन पर रविवार शाम को एक लोकल ट्रेन पर हमला करने और एक लोकल ट्रेन को नुकसान पहुंचाने सहित हिंसा और विरोध की छिटपुट घटनाएं हुईं, जबकि हावड़ा और मुर्शिदाबाद जिलों के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू जारी रही। उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में 319 और पश्चिम बंगाल में 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। झारखंड में 10 जून को हुई झड़पों के लिए हजारों लोगों के खिलाफ 25 एफआईआर दर्ज की। झारखंड में हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हुई है।