- अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया
- बोले- 'सुप्रीम कोर्ट- सुप्रीम है लेकिन इनफॉलीबल (अचूक/अमोघ) नहीं है।'
- हम फैसले से असहमत, अपनी पीढ़ियों को बताएंगे कि इतिहास में क्या हुआ: ओवैसी
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इस फैसले से असंतुष्ट हैं। साथ ही एक वाक्य का बार बार इस्तेमाल किया- 'सुप्रीम कोर्ट- सुप्रीम है लेकिन इनफॉलीबल (अचूक/अमोघ) नहीं है।'
उन्होंने मीडिया के सामने आकर बयान देने से पहले इन्हीं शब्दों को लिखते हुए ट्वीट भी किया और एक किताब की फोटो शेयर की। ओवैसी ने कहा कि जस्टिस जे. एस. वर्मा ने कहा था- 'सुप्रीम कोर्ट- सुप्रीम है लेकिन इनफॉलीबल (अचूक/अमोघ) नहीं है।'
ओवैसी ने कहा कि उन्हें आशंका है कि देश 'हिंदू राष्ट्र' के रास्ते पर जा रहा है। उन्होंने एक सवाल उठाते हुए कहा- 'अगर बाबरी मस्जिद ढांचा नहीं गिराया गया होता तो इस मामले पर क्या फैसला आता?'
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अयोध्या केस पर फैसले को लेकर असंतोष जताया। मैं उनसे सहमत हूं और उनके साथ हूं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मेरी शुरुआती प्रतिक्रिया ये है कि 6 दिसबंर 1992 को जिन लोगों ने बाबरी मस्जिद को गिराया आज इसे किस्मत कहें या कहें कि उन्हीं को सुप्रीम कोर्ट बोल रहा है कि ट्रस्ट बनाकर मंदिर बनाने का काम शुरु करो।' यहां ट्वीट में दिए कुछ वीडियो में आप ओवैसी का बयान देख सकते हैं।
ओवैसी ने आशंका जताते हुए कहा, 'देश अब हिंदू राष्ट्र के रास्ते पर जा रहा है। अयोध्या राम मंदिर हो या फिर एनआरसी बीजेपी इन सभी मुद्दों को इस्तेमाल करेगी। मुस्लिम भले ही गरीब और कमजोर है लेकिन उसे खैरात में मस्जिद की 5 एकड़ जमीन नहीं चाहिए। हैदराबाद में ही अगर मैं भीख मांगू तो अयोध्या मस्जिद के लिए रकम आसानी जुटा सकता हूं।' उन्होंने आरएसएस पर भी निशाना साधा।
असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया के दौरान यह भी कहा कि इस फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखेगा और देश में शांति बनी रहेगी। लेकिन अगर इस तरह का फैसला आया तो हम अपनी पीढ़ियों को जरूर बताएंगे कि इतिहास में क्या हुआ। उन्होंने कहा कि हमें देर सबेर इंसाफ जरूर मिलेगा और हम इसके लिए लड़ेंगे।