एशिया कप 2022 के तहत रविवार (28 अगस्त, 2022) को दुबई में भारत और पाकिस्तान के महा-मुकाबले के दौरान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह भी दुबई इंटरनेशनल ग्राउंड में थे। वह इस दौरान स्टैंड्स में कुछ मेहमानों के साथ खेल का आनंद ले रहे थे। बाद में पाकिस्तान पर भारत ने जब जीत हासिल की तब उन्होंने कथित तौर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा नहीं पकड़ा, जिससे जुड़ा एक वायरल वीडियो भी सामने आया।
दरअसल, शाह से जुड़ी पांच सेकेंड की क्लिप सोशल मीडिया पर आग की तरह फैली और वायरल हुई, उसमें वह कुछ लोगों के साथ नजर आ रहे थे। यह नजारा तब का है, जब भारत ने पाक के खिलाफ जीत हासिल कर ली थी। शाह के इर्द-गिर्द खड़े लोग मुस्कुरा रहे थे और शाह इस दौरान अपने एक हाथ से नीचे कुछ रखते नजर आए।
आगे वह बाकी लोगों के साथ भारत के लिए ताली बजाने लगे। इसी बीच, उनके पीछे से बगल में एक व्यक्ति तिरंगा लेकर आया और उन्हें पकड़ने के लिए कहने लगे, जिस पर जय शाह ने मना कर दिया और फिर से ताली बजाने लगे। हालांकि, इस मसले पर फिलहाल किसी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है और न ही टाइम्स नाउ नवभारत इस वायरल वीडियो की प्रमाणिकता पर किसी तरह की पुष्टि करता है।
विपक्ष के नेताओं ने न केवल इसे शेयर किया बल्कि मुद्दा भी बनाने की कोशिश की। कांग्रेस और टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) के लीडर्स ने वायरल क्लिप के आधार पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र जय पर निशाना साधा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट में मामले से जुड़ा वीडियो साझा करते हुए बीसीसीआई को टैग किया और तंज कसा, "मेरे पास पापा हैं, तिरंगा अपने पास रखो।"
कांग्रेस नेता अजॉय कुमार ने भी वीडियो के साथ ट्वीट किया, "लगता है तिरंगा खादी का था...पॉलिस्टर का नहीं।" कर्नाटक में कांग्रेस के विधायक प्रियांक खड़गे ने पूछा कि पाकिस्तान पर भारत की जीत के बाद जय शाह ने तिरंगा थामने से इनकार क्यों किया? उन्होंने पूछा ''क्या उन्हें भगवा ध्वज या भाजपा का झंडा चाहिए था।''
इस बीच, शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, ''हाथ में हो तिरंगा - हमारे संकल्प और देश के लिए निष्ठा का प्रतीक है। इस तरीके से तिरंगे को झटकना... यह देश की 133 करोड़ आबादी का अपमान है।'' एक अन्य ट्वीट में वह बोलीं, ''एसीसी (एशियन क्रिकेट काउंसिल) के अध्यक्ष के तौर पर तटस्थ रहने का मतलब किसी भी देश के ध्वज का अनादर करना नहीं है, खासकर अपने खुद के---।''
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने वीडियो टैग करते हुए लिखा, ''जय शाह का राष्ट्रीय ध्वज नहीं थामना सरकार के बड़े पाखंड का लक्षण है। वे केवल नाटकबाजी में लगे रहते हैं। उनके पास मूल्यों की कमी है, लेकिन जुमलेबाजी में वे माहिर हैं।''
वहीं, उन्हीं की पार्टी के प्रवक्ता साकेत गोखले ने कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तर्क दिया है कि जय शाह ने रविवार की रात को तिरंगा इसलिए नहीं थामा क्योंकि वह एसीसी अध्यक्ष के रूप में वहां मौजूद थे और प्रोटोकॉल का पालन कर रहे थे। गोखले ने आगे कहा, ''यही भाजपा पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के पीछे पड़ गई थी, जब उन्होंने (प्रोटोकॉल के अनुसार) गणतंत्र दिवस परेड के दौरान राष्ट्रध्वज को सलामी नहीं दी थी।'' (एजेंसी इनपुट्स के साथ)