- असम में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को लगा झटका
- पांच साल तक सत्ता में साझीदार रहे बीपीएफ ने छोड़ा साथ, मिलाया कांग्रेस से हाथ
- असम में तीन चरणों में होना है विधानसभा का चुनाव
गुवाहाटी: असम में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पिछले पांच साल तक असम सरकार में बीजेपी की सहयोगी रहे रहे बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (BPF) ने एनडीए से गठबंधन तोड़ते हुए अब कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन के साथ हाथ मिलाने का निर्णय लिया है। बीपीएफ का बोडोलैंड बेल्ट में मजबूत जनाधार रहा है और 2006 से ही वह बोडोलैंड की सभी 12 सीटें जीतती आ रही है।
बीपीएफ प्रमुख ने किया ट्वीट
बीपीएफ के अध्यक्ष हागरामा मोहिलारी ने ट्वीट करते हुए बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया। उन्होंने लिखा, 'शांति, एकता और विकास को लेकर काम करने के लिए बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने आगामी असम विधानसभा चुनाव में महाजाथ (MAHAJATH) के साथ हाथ मिलाने का निर्णय लया है। अब हमारा बीजेपी के साथ कोई गठबंधन या दोस्ती नहीं है।'
इससे पहले असम के वित्त मंत्री और बीजेपी की अगुवाई वाली नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) के संयोजक डॉक्टर हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि बीजेपी विधानसभा चुनाव में बीपीएफ के साथ गठबंधन बनाए रखने की इच्छुक नहीं है। दरअसल बीजेपी और बीपीएफ के बीच पिछले साल उस समय कुछ खटास आ गई थी जब बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के चुनाव में बीजेपी डीपीएस के बगैर उतरी थी। बीजेपी ने पहले ही घोषणा की थी कि उसने पूर्व बोडो छात्रों के नेता और बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद (बीटीसी) के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद प्रमोद बोडो के नेतृत्व में नवगठित यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के साथ गठबंधन कर लिया है।
तीन चरणों में वोटिंग
आपको बता दें कि असम में तीन चरणों में मतदान होना है। असम में पहले चरण के लिए 27 मार्च को मतदान होगा। दूसरे चरण में 1 अप्रैल को मतदान होगा जबकि तीसरे चरण के तहत 6 अप्रैल को मतदान और 2 मई को काउंटिंग होगी।