- असम में बाढ़ से अब तक 84 लोगों की मौत
- पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम सर्वानंद सोनोवाल से की बात
- बारपेटा और गोलपाड़ा के साथ मोरीगांव सबसे अधिक प्रभावित
गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में बाढ़ के कारण पैदा हुए हालात से निपटने के लिए रविवार को राज्य को हरसंभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया। इस बाढ़ के कारण इस साल अब तक 84 लोगों की मौत हो चुकी है।मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से फोन पर बाढ़ संबंधी हालात को लेकर चर्चा की। उन्होंने कोविड-19 संबंधी स्थिति और तिनसुकिया जिले में ऑयल इंडिया के बागजान गैस कुएं में आग बुझाने के जारी प्रयासों की भी जानकारी ली।
अब तक 84 लोगों की मौत
असम में पांच और लोगों की मौत के साथ बाढ़ संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 84 हो गई है।राज्य में बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या 110 हो गई है।आधिकारिक बुलेटिन में रविवार को बताया गया कि राज्य के 33 जिलों में से 24 जिलों के 25 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।बाढ़ से सर्वाधिक 4.53 लाख लोग गोलपाड़ा में प्रभावित हुए हैं। बारपेटा में 3.44 लाख लोग और मोरीगांव में 3.41 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
पीएम मोदी ने की बात
सोनोवाल ने ट्वीट किया, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आज सुबह फोन पर बातचीत करके असम में बाढ़, कोविड-19 संबंधी हालात और बागजान तेल कुएं में आग संबंधी स्थिति की जानकारी ली।’’उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने राज्य के प्रति चिंता एवं लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की और हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।’’मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि सोनोवाल ने लोगों के सामने आ रही समस्याओं से निपटने के लिए राज्य में अब तक उठाए गए कदमों के बारे में मोदी को सूचित किया।
24 जिले बाढ़ से प्रभावित
असम में इस वर्ष बाढ़ और भूस्खलन से राज्य में 110 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 84 लोगों की मौत बाढ़ संबंधी घटनाओं और 26 लोगों की मौत भूस्खलनों के कारण हुई।असम के 33 जिलों में से 24 जिलों में बाढ़ से 25 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और कई स्थानों पर मकान, फसलें, सड़क एवं पुल तबाह हो गए।असम में कोरोना वायरस संक्रमण के 22,981 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से केवल गुवाहाटी शहर में 10,503 मामले सामने आए हैं।राज्य में संक्रमण के कारण अब तक कुल 53 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोविड का भी सामना कर रहा है असम
कोविड-19 के पांच और मरीजों की मौत हुई लेकिन सरकार के मृत्यु लेखा बोर्ड ने उन्हें कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों की सूची में शामिल नहीं किया और कहा कि उनकी मौत की वजह अन्य बीमारियां थीं।इस बीच, असम में ऑयल इंडिया लिमिटेड के क्षतिग्रस्त बागजान गैस कुएं से पिछले 54 दिन से अनियंत्रित तरीके से गैस रिसाव हो रहा है। इसमें नौ जून को आग लग गई थी।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘ प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बाढ़, भू-क्षरण, कोविड-19 तथा बागजान की स्थिति पर नजर रख रही है और संकट के इस समय में असम के लोगों के साथ खड़ी है।’’सोनोवाल ने मोदी को सूचित किया कि राज्य के कई इलाके, कृषि भूमि और घर ब्रह्मपुत्र तथा अन्य सहायक नदियों के कारण हुए भू-क्षरण के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।