- पवार बोले कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान पर ध्यान दे सरकार
- सरकार को निशाने पर लेते हुे पवार ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर बनाने से कोरोना चले जाएगा
- पांच अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं पीएम मोदी
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार ने कोरोना वायरस और राम मंदिर निर्माण को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर बनाने से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा। पवार के बयान को पीएम मोदी के प्रस्तावित अयोध्या दौरे से जोड़कर भी देखा जा रहा है। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी पांच अगस्त को अयोध्या जाकर राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शिरकत करने वाले हैं।
अर्थव्यवस्था पर नजर
रविवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शरद पवार ने कहा, 'हम सोच रहे हैं कि कोरोनोवायरस के खिलाफ लड़ाई कैसे लड़ी जाए जबकि कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर बनाकर कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा, इसके पीछे कोई कारण हो सकता है। लेकिन हमारी प्राथमिकता यह देखना है कि लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था को कैसे सुधारा जाए।'
सरकार के सामने रखेंगे बात
पवार यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा, ' हमारे लिए कोरोना बड़ा संकट है और उसकी वजह से लगे लॉकडाउन की वजह से छोटे उद्योग धंधों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। राज्य और केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए, ऐसा मुझे लगता है। हमारे सांसद साथीगण दिल्ली जाकर सरकार के सामने इस मुद्दे पर अपनी बात रखेंगे।'
पांच अगस्त को है भूमि पूजन
आपको बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या में तीन या पांच अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए आमंत्रित किया था जिसके बाद पीएम ने पांच अगस्त की तारीख का चयन किया है। यानि प्रधानमंत्री मोदी ने पांच अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। शनिवार को ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मानसून के तुरन्त बाद राम मंदिर ट्रस्ट वित्तीय मदद के लिए देशभर में 10 करोड़ परिवारों से संपर्क करेगा और इसके निर्माण को पूरा करने के लिए मंदिर के डिजाइन को अंतिम रूप देने में तीन से साढ़े तीन साल लगेंगे।