- बाढ़ की वजह से असम में मरने वालों की संख्या 66 हुई
- एक लाख एकड़ पर खड़ी फसल बर्बाद
- धेमाजी, लखीमपुर, बिस्वनाथ, सोनितपुर, दरांग, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा ज्यादा प्रभावित
गुवाहाटी: असम में बुधवार को बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में सात और लोगों की मौत हो गई और 26 जिलों के लगभग 36 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि मोरिगांव जिले में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि बारपेटा में दो, सोनितपुर और गोलाघाट जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
बाढ़ से 66 लोगों की मौत
राज्य में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में अब तक 92 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ में 66 लोगों की मौत हुई है, जबकि 26 लोगों की जान भूस्खलन की वजह से चली गई।धेमाजी, लखीमपुर, बिस्वनाथ, सोनितपुर, दरांग, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, बोंगाइगांव, कोकराझार, धुबरी, शिवसागर, डिब्रूगढ़ समेत कुछ अन्य जिले बाढ़ से प्रभावित हैं ।
लाखों एकड़ पर फसल बर्बाद
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने जोरहाट जिले के एक स्कूल में लगाए गए राहत शिविर का दौरा किया और लोगों से बात की ।एएसडीएमए ने बताया कि 3376 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 1,27,647.25 हेक्टेयर कृषि जमीन पर खड़ी फसल बर्बाद हो गयी।
2500 से अधिक गांव बाढ़ के पानी में डूबे
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का कहना है कि 2500 से अधिक गांव बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। प्रशासन 20 जिलों में 480 राहत कैंप और वितरण केंद्र चला रहा है और 70 हजार के करीब लोग राहत कैंपों में रह रहे हैं। पीड़ितों को मदद के तौर पर दाल, चावल, नमक, सरसो का तेल और अन्य राहत सामान बांटे जा रहे हैं।
बच्चों के लिए खाना, तिरपाल, माचिस, मोमबत्ती, मच्छरदानी, बिस्कुट, साबुन, पीने के लिए स्वच्छ पानी, पशु के लिए चारा और मास्क की भी व्यवस्था की गई है। गुवाहाटी, धुबरी और डिब्रूगढ़ में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, इसके अलावा जोरहाट जिले में नीमटीघाट और सोनितपुर जिले में तेजपुर में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.