- असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा पर एफआईआर दर्ज
- असम मिजोरम सीमा विवाद से जुड़ी हिंसा मामले में एफआईआर
- असम पुलिस ने पूछताछ के लिए मिजो सांसद के वनलालवेना को बुलाया है।
असम मिजोरम सीमा विवाद के संबंध में हिंसा का स्वरूप अब राजनीतिक हो चला है। मिजो सांसद के वनलालवेना को असम पुलिस ने 1 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया है तो दूसरी तरफ असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद हिमंता बिस्वा सरमा ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि जांच प्रक्रिया में शामिल होने में उन्हें खुशी होगी। लेकिन सवाल यह कि जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी को क्यों नहीं सौंपी गई। सबको पता है कि जहां घटना घटी वो असम सरकार के वैधानिक सीमा में आती है।
आखिर क्या है मामला
अब सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि हिमंता विस्वा सरमा पर एफआईआर दर्ज की गई। दरअसल असम के तीन जिले और मिजोरम के तीन जिले आपस में मिलते हैं और उन्हीं जिलों की जुड़ी सीमा पर विवाद है। मिजोरम सरकार का कहना है कि 1873 में जो व्यवस्था बनी थी उसका पालन असम ने नहीं किया। लेकिन असम ने 1933 की व्यवस्था का हवाला दिया। असम सरकार का तर्क है कि जब बातचीत की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा था तो उस समय मिजोरम की तरफ से अंधाधुंध फायरिंग की गई जिसमें असम के पांच पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
मिजो सांसद को पूछताछ के लिए असम पुलिस ने बुलाया
बता दें कि असम मिजोरम सीमा पर हिंसा के संबंध में मिजो सांसद के वनलालवेना को असम पुलिस ने पूछताछ के लिए 1 अगस्त को बुलाया है। इसे लेकर मिजोरम छात्र संगठन से जुड़े लोग विरोध कर रहे हैं, मिजो नेताओं का कहना है कि यह तो तनाव को बढ़ाने वाली कार्रवाई है। इस तरह की हरकतों से असम को बचना चाहिए था।