लखनऊ : रामनगरी अयोध्या के विकास को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत ज्यादा संजीदा नजर आ रहे हैं। इसलिए उसके विकास कार्यों की समीक्षा जरूर करते हैं। उन्होंने वहां के समग्र विकास के लिए बनाए गए विजन डॉक्यूमेंट के बाद उसमें कुछ संशोधन करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि साधु-संतो श्रद्धालुओं और अन्य पक्ष विचार कर इसे वैदिक नगरी के रूप में विकसित करें।
अब तक शुरू हो चुके विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने छोटे, मध्यम और बड़ी विकास परियोजनाओं को निर्धारित टाइमलाइन में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि अयोध्या नगरी का विकास इस प्रकार किया जाए कि पर्यटकों व श्रद्धालुओं को अयोध्या के पौराणिक व सांस्कृतिक स्वरूप की अनुभूति हो।
होटलों, धर्मशालाओं का भी होगा निर्माण
अयोध्या रिंग रोड के अलाइनमेंट के संबंध में भी कार्यवाही करने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और स्मार्ट सिटी के कार्यों को भी तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। पंचकोसी, 14 कोसी और 84 कोसी परिक्रमा मार्गों का विकास करने के साथ ही अच्छे होटलों और धर्मशालाओं के निर्माण को प्रोत्साहित करने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्र में अतिथि गृहों व विश्रामालय समेत अन्य संस्थाओं के लिए भी भूमि की व्यवस्था करने, अयोध्या को सोलर सिटी और क्लीन व ग्रीन सिटी के रूप में विकसित करने के अलावा रेलवे व बस स्टेशन सहित अन्य स्थलों पर मल्टी लेवल पार्किंग के निर्माण की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी विभागों के साथ समन्वय बनकार काम को तेजी से करने को कहा है। विकास परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण के मामलों को संवाद के आधार पर जल्द निस्तारित करने को कहा है।