- 26 फरवरी 2020 को आजम खान ने रामपुर की अदालत में आत्मसमर्पण किया था
- रामपुर के भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने 2019 में उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया था
- सपा सरकार में कद्दावर नेता रहे आजम खान को कभी मिनी सीएम कहा जाता था
उत्तर प्रदेश की राजनीति की बात हो और उसमें भी समाजवादी पार्टी का जिक्र हो तो आजम खान (Azam Khan) का जिक्र आना स्वाभाविक ही है, अब यूपी में ना तो सपा की सत्ता है और ना ही पार्टी नेताओं की हनक वहीं पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर से 9 बार के MLA और मौजूदा रामपुर सांसद (Rampur MP) आजम खान को बेटे अब्दुल्ला के साथ जेल की सजा काटते हुए 1 साल से ज्यादा हो गया है।
26 फरवरी 2020 को आजम खान उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम ने रामपुर की अदालत में आत्मसमर्पण किया था तीनों के ऊपर दस्तावेजों में हेराफेरी करके फर्जी पैन कार्ड और पासपोर्ट बनवाने का साल 2019 में मुकदमा दर्ज हुआ था।
कोर्ट द्वारा बार-बार बुलाने के बावजूद वे हाजिर नहीं हो रहे थे फिर कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया इसके बाद तीनों ने अदालत में आत्मसमर्पण किया और जमानत मांगी लेकिन अदालत ने उन्हें रामपुर की जिला जेल भेज दिया था।
आजम के खिलाफ 86 केस अभी भी लंबित
आजम खान के खिलाफ 9 केस प्रशासन वापस ले चुका है सात मामलों में फाइनल रिपोर्ट लगी है, वहीं 86 केस अभी भी लंबित हैं, जिनमें से 75 में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है आजम खान के खिलाफ 11 केस अभी भी चल रहे हैं।
रामपुर के भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने साल 2019 में उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया था ये मामला फर्जी पैन कार्ड और पासपोर्ट बनवाने का है इसके आधार पर फर्जी जन्मप्रमाण पत्र बनवाया गया था जब अब्दुल्ला आजम विधायकी का चुनाव लड़े थे तब उनकी उम्र 25 साल से कम पाई गई इसी आधार पर अब्दुल्ला आजम की विधायकी रद्द हो गई थी।
कभी Azam Khan को Mini CM कहा जाता था
वहीं आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ 44 और पत्नी तंजीन फातिमा के खिलाफ 34 केस दर्ज हैं पत्नी तंजीम फातिमा सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद रिहा हो चुकी हैं।
सपा सरकार में कद्दावर नेता रहे आजम खान को कभी मिनी सीएम कहा जाता था, यूपी में बीजेपी की सरकार आने के बाद उनके खिलाफ कानूनी शिकंजा कसना शुरू हो गया था जिसके बाद से वो पिछले एक साल से जेल की सलाखों के ही पीछे हैं।