नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कोविड-19 टीके की पहली खुराक ली। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मेदांता अस्पताल के चिकित्सकों ने शाह को टीका लगाया। गौरतलब है कि शाह (56) ने पिछले साल दो अगस्त को ट्विटर पर कहा था कि उनकी कोविड-19 की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। उनका मेदांता अस्पताल में इलाज चला था और जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई थी। कोविड के बाद के उपचार के लिए उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भी भर्ती किया गया था।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी तौर पर विकसित कोविड-19 टीका लिया है जिसके बाद उसके दुष्प्रभावों को लेकर लोगों में जो संदेह हैं वे सभी दूर हो जाने चाहिए। हर्षवर्धन ने कहा कि देश में कोरोना वायरस रोधी टीकाकरण के कारण अब तक किसी की भी मौत नहीं हुई है। हर्षवर्धन ने कहा कि यदि टीका लेने के कुछ दिनों बाद कोई मौत होती है, तो इसे टीकाकरण से नहीं जोड़ा जा सकता है क्योंकि प्रत्येक ऐसी मृत्यु की वैज्ञानिक तरीके से जांच की जा रही है।
मंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि वह मंगलवार को टीका लगवाएंगे और साथ ही 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों तथा अन्य बीमारियों से पीड़ित 45 और उससे अधिक आयु के लोगों से अपील की कि वे तत्काल टीका लगवायें। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'टीके बारे में कोई संदेह नहीं है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। टीके के कारण कोई मौत होने का कोई मामला अब तक प्रकाश में नहीं आया है। टीका लेने के कुछ दिन बाद यदि कोई मौत होती है, तो उसे टीकाकरण से नहीं जोड़ा जा सकता क्योंकि प्रत्येक ऐसी मृत्यु की वैज्ञानिक जांच की जा रही है।'
उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक द्वारा स्वदेशी तौर पर विकसित कोवैक्सीन टीका लेकर प्रधानमंत्री ने दुष्प्रचार फैलने की किसी भी स्थिति को समाप्त कर दिया है और इससे लोगों के दिमाग से टीके के बारे में संकोच भी समाप्त होगा।