- हिजबुल मुजाहिद्दीन और जैश-ए-मोहम्मद के बीच आई दरार
- जम्मू- कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन आपस में भिड़े
- पाकिस्तान के आतंकी आकाओं ने दी मिलकर काम करने की नापाक सलाह
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के बीच आपस में दरार आने की खबरें सामने आ रही हैं। खबरों के अनुसार आतंकी संगठन आपस में भिड़ गए हैं और इस बीच नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बैठे आतंकियों के सरगनाओं को शर्मिंदगी और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आतंक के आकाओं ने सीमा पार से घाटी में सक्रिय आतंकियों को आपस में तालमेल बनाए रखने की सलाह दी है।
आतंकी संगठनों को मिलकर काम करने की नापाक सलाह दी जा रही है और आपस में नहीं लड़ने के लिए कहा जा रहा है। हालिया खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार हिजबुल मुजाहिद्दीन और जैश-ए-मोहम्मद के बीच दरार आने की बात सामने आई है। इस बीच हाल ही में पाकिस्तान की ओर बैठे हैंडलर्स की ओर से इन दोनों संगठनों के अलावा लश्कर-ए-तैयबा को भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में बोलते हुए कहा, 'आतंकियों के बीच प्रभाव और संचालन सहित स्थानीय मुद्दों पर मतभेद रहे हैं। हैंडलर्स को अपने मंसूबों पर ध्यान केंद्रित करने और आतंकवादियों को दिशा निर्देश देने के लिए कदम उठाने पड़ रहे है।'
इस बीच घाटी में कुपवाड़ा के हंदवाड़ा क्षेत्र में पांच हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों के साथ और मानसबल क्षेत्र में देखे गए 'विदेशी' आतंकवादियों के साथ आतंकी अभियान जारी है।
आतंकी संगठनों की ओर से यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि सर्दियों के दौरान घाटी में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया जाए। आम तौर पर जमीन पर बर्फ जमे होने और ठंड की वजह से सर्दियों में जम्मू कश्मीर में शांति रहने की संभावना होती है।
कई जगह और खासकर उत्तरी कश्मीर में सड़कें भी बंद हो जाती हैं लेकिन आतंकी लंबे समय तक घाटी में स्थिरता और शांति नहीं रहने देना चाहते। इस बीच आपस में मतभेद और झगड़े उनके लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं। इस दौरान खुफिया एजेंसियों और सुरक्षाबलों की नजर भी आतंकी गतिविधियों पर बनी हुई है।