नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीम को बड़ा झटका लगा है। टीएमसी से राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी ने उच्च सदन से इस्तीफा दे दिया है। राज्यसभा में उन्होंने शुक्रवार को कहा कि उनके राज्य में हिंसा हो रही है जिससे उन्हें घुटन महसूस हो रही है। इस राजनीतिक घटनाक्रम पर पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी के साथ उनके अच्छे संबंध हैं। कोई भी स्वाभिमानी व्यक्ति टीएमसी में काम नहीं कर सकता। विजयवर्गीय ने कहा कि वह भाजपा में शामिल होंगे या नहीं, इस बारे में वह अभी कुछ नहीं कह सकते। त्रिवेदी टीएमसी के वरिष्ठ नेता हैं और वह रेल मंत्री भी रह चुके हैं।
त्रिवेदी बोले-राज्य की हिंसा पर उन्हें घुटन महसूस हो रही है
राज्यसभा में इस्तीफा देने से पहले त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से पीएम मोदी के नेतृत्व में देश के 130 करोड़ लोगों ने लड़ाई लड़ी। इसका श्रेय पीएम को जाता है। उन्होंने आगे कहा, 'जिस तरह से हमारे राज्य पश्चिम बंगाल में हिंसा हो रही है, मैं सोचता हूं कि क्या करूं। मुझसे ये देखा नहीं जा रहा है, हम कुछ कर नहीं पा रहे हैं। मुझे घुटन सी हो रही है।'
'मैं लोगों के लिए आगे भी काम करता रहूंगा'
सदन में टीएमसी नेता ने कहा, 'राज्यसभा में भेजने के लिए मैं अपनी पार्टी को धन्यवाद देता हूं। राज्य में जारी हिंसा पर मैं कुछ नहीं कर पा रहा हूं। इससे मुझे घुटन महसूस हो रही है। मेरी अंतरात्मा कहती है कि आप यदि यहां बैठकर कुछ नहीं कर सकते तो आपको इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए आगे भी काम करता रहूंगा।'
टीएमसी से भी दे सकते हैं इस्तीफा
सूत्रों का कहना है कि टीएमसी नेता पिछले कुछ समय से भाजपा के साथ संपर्क में हैं। वह अगर भाजपा में शामिल होते हैं तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के दौरान उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं से बातचीत हुई जिसके बाद तय हुआ कि वह टीएमसी के इस्तीफा देंगे और बीजेपी में शामिल होंगे। त्रिवेदी टीएमसी से भी इस्तीफा दे सकते हैं।