नई दिल्ली : पैंगोंग त्सो लेक की स्थिति पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पलटवार किया है। भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के लिए ' राहुल को 'कुंदबुद्धि, कुंठित बुद्धि, पप्पू जी...' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उन पर निशाना साधा। राहुल ने शुक्रवार को रक्षा मंत्री के बयान का हवाला देकर एक संवाददाता सम्मेलन में पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला।
पीएम मोदी पर राहुल ने साधा है निशाना
राहुल ने कहा, 'रक्षा मंत्री के बयान के मुताबिक भारतीय सेना अब फिंगर 3 पर लौट रही है। फिंगर-4 हमारा क्षेत्र है। यहां हमारा पोस्ट रहता आया है। अब हम फिंगर 4 से फिंगर 3 पर आ गए हैं। सवाल है कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय जमीन को चीन को क्यों दी है? पीएम और रक्षा मंत्री को पहले इसका जवाब देना चाहिए। दूसरा सवाल है कि पैंगोग त्सो लेक के दक्षिणी हिस्से में स्थित चोटियों पर भारतीय सेना ने अपना नियंत्रण किया है तो उन्हें वापस क्यों बुलाया जा रहा है?'
राहुल बोले-पीएम ने चीन के आगे माथा टेका
उन्होंने आगे कहा, 'पीएम सेना के बलिदान पर थूक रहे हैं। वह सेना के त्याग का अपमान कर रहे हैं। भारत में किसी को ऐसा करने की इजाजत नहीं होनी चाहिए। चीन के सामने नरेंद्र मोदी ने अपना सिर झुका दिया। माथा टेक दिया। हमारी जमीन फिंगर 4 तक है। नरेंद्र मोदी ने फिंगर 3 से फिंगर 4 की जमीन चीन को पकड़ा दी।' पीएम मोदी पर हमला बोलने के बाद राहुल राजस्थान के लिए रवाना हो गए।
भाजपा ने राहुल पर किया पलटवार
कांग्रेस नेता की ओर से पीएम मोदी की तीखी आलोचना किए जाने के बाद भाजपा ने उन पर जबर्दस्त पलटवार किया। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'कुंदबुद्धि पप्पू जी के कमाल का कोई रास्ता नहीं है। कहीं और से सुपारी लेकर देश को बदनाम करने के षड्यंत्र और सुरक्षा बलों के मनोबल को तोड़ने की साजिशों में लगे हैं तो उसका कोई इलाज नहीं है।' केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, 'भारत की जमीन चीन को किसने दी है, राहुल गांधी को यह बात अपने दादा जवाहरलाल नेहरू से पूछनी चाहिए। वह उन्हें बताएंगे। कौन देशभक्त है और कौन नहीं है, लोग जानते हैं।'
पैंगोंग त्सो लेक की स्थिति पर राजनाथ सिंह ने दिया है बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ ने गुरुवार को संसद को बताया कि चीन के साथ पैंगोंग झील के उत्तरी एवं दक्षिणी किनारों पर सेनाओं के पीछे हटने का समझौता हो गया है और भारत ने इस बातचीत में कुछ भी खोया नहीं है। सिंह ने बताया कि पैंगोंग झील क्षेत्र में चीन के साथ सेनाओं के पीछे हटने का जो समझौता हुआ है उसके अनुसार दोनों पक्ष अग्रिम तैनाती चरणबद्ध, समन्वित और सत्यापित तरीके से हटाएंगे। उन्होंने कहा, ‘हम अपनी एक इंच जमीन भी किसी और को नहीं लेने देंगे। हमारे दृढ़ संकल्प का ही फल है कि हम समझौते की स्थिति पर पहुंच गए हैं।’