- बेहतर होगा कि वे कारणों को बाहर चौराहे पर न तलाशें- चिराग
- "नहीं जानते कि सियासी वध के लिए कृष्ण ने अवतार ले लिया है"
- बोले- CM साल 2020 में भी भ्रम में थे और आज भी भ्रमित हैं
लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के पूर्व प्रमुख चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पर पलटवार किया है। रविवार (सात अगस्त, 2022) को कुछ सिलसिलेवार ट्वीट्स में पासवान ने कहा, ‘‘मैं सकारात्मक राजनीति करता हूं। किसी का कोई मॉडल नहीं हूं। दूसरे का घर तोड़ने वाले के घर में ही आज फूट हो गई है। बेहतर होगा कि वे कारणों को बाहर चौराहे पर न तलाशें।’’
पासवान ने आगे ट्वीट किया,‘‘साल 2024 में हार का डर ऐसा घर कर गया है कि मामा कंस की तरह मां देवकी के हर पुत्र को मार देना चाहते हैं। पहले मुझ पर हमला और अब आरसीपी सिंह पर। नहीं जानते कि सियासी वध के लिए कृष्ण ने अवतार ले लिया है। इसबार पाला बदलना भी काम नहीं आएगा।’’
बकौल चिराग, ‘‘नीतीश कुमार साल 2020 में भी भ्रम में थे और आज भी भ्रमित हैं। उन्हें चिराग पासवान ने नहीं, बिहार की 13 करोड़ जनता ने हराया था। मैं तो जनभावनाओं का प्रतिनिधि तब भी था और आज भी हूं।’’ वह आगे बोले- आज नीतीश कुमार यही कह रहे हैं कि मेरे नाक के नीचे भ्रष्टाचार करते रहे आरसीपी सिंह और फिर भी आप सुशासन बाबू कहलाते हैं। बिहार की जनता के साथ ये सरासार धोखा है और इसका जवाब बिहार की जनता ही देगी।
दरअसल, जदयू ने चिराग पर आरोप लगाया था कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी वजह से पार्टी अधिक सीटें हासिल नहीं कर सकी। ललन ने कहा था कि उनकी पार्टी के 43 सीटें जीतने के पीछे जनाधार का कम होना नहीं बल्कि नीतीश कुमार के खिलाफ षडयंत्र और साजिश है, जिसको लेकर हम अब सर्तक हैं। अब कोई षडयंत्र करने वाला नहीं है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने पटना में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आर सी पी सिंह द्वारा जदयू छोड़ने के बाद की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा था कि ‘‘चिराग मॉडल के तर्ज पर ही आरसीपी मॉडल को तैयार किया जा रहा था।’’ दरअसल, आर सी पी सिंह को राज्यसभा में पार्टी ने दूसरा कार्यकाल नहीं दिया, जिसके बाद उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था। इस घटना के बाद उन्होंने जदयू से इस्तीफा दे दिया।