- बीजेपी के साथ गठबंधन में कई सालों तक सत्ता में रह चुके हैं नीतीश कुमार
- हाल ही में बीजेपी छोड़ राजद-कांग्रेस के साथ गए हैं
- 2017 में नीतीश, लालू को छोड़कर बीजेपी के साथ वापस चले गए थे
बिहार सीएम नीतीश कुमार ने जदयू कार्यकारणी की बैठक में कहा कि 2017 में बीजेपी के साथ फिर से जाना उनकी बहुत बड़ी गलती थी। इस गलती के कारण उनके कई साथी उन्हें छोड़कर चले गए।
नीतीश कुमार ने दावा किया एनडीए के साथ अलग होने के बाद से सबकुछ अच्छा चल रहा था। उन्होंने कहा- लेकिन 2017 में फिर एक गलती हुई है कि फिर हमलोग वापस चले गए। तो उसके चलते कुछ राज्यों से कई लोग हमसे अलग हो गए, लेकिन अब जब फिर से हमलोगों ने अलग होने का निर्णय लिया तो जो चले गए थे, उनमें से कई लोग कह रहे हैं कि बहुत अच्छा किया।"
एक दिन पहले ही जब मणिपुर में जदयू के सभी छह विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे, तब नीतीश ने सीधे-सीधे बीजेपी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि जनता सब देख रही है कि बीजेपी वाले क्या कर रहे है। यह सब संवैधानिक नहीं है। उन्होंने कहा था कि 2024 में विपक्ष एकजुट होगा तो उसका परिणाम काफी अच्छा होगा।
नीतीश कुमार को उनकी पार्टी जदयू अब पीएम कैंडिडेट के तौर पर प्रोजेक्ट करने लगी है। इसके लिए बकायदा पटना में कई जगह पोस्टर भी लग गए हैं। हालांकि नीतीश कुमार इससे इनकार कर चुके हैं, लेकिन उनकी पार्टी के कई नेता इसके बारे में बातें कर रहे हैं।
बता दें कि नीतीश कुमार पिछले 20 सालों से सत्ता में हैं। इस दौरान वो ज्यादातर समय बीजेपी के साथ ही रहे हैं, लेकिन हाल ही में उन्होंने बीजेपी पर यह आरोप लगाया था कि भाजपा उनकी पार्टी को तोड़ने की तैयारी कर रही थी, जिसके चलते उन्हें गठबंधन तोड़ना पड़ा है।
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