- बिहार के सुपौल में सीपीआई नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर हुआ पथराव
- पथराव की घटना में कन्हैया हुए घायल, कई वाहन भी हुए क्षतिग्रस्त
- कन्हैया के वाहन को शनिवार को भी बनाया गया निशाना, किया गया था हमला
सुपौल: जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (JNU) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर बुधवार शाम हमला हुआ है। दरअसल कन्हैया नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बिहार में कई जगहों पर आजकल जनसभाएं कर रहे हैं और बुधवार को झंझारपुर के बाद कन्हैया सुपौल पहुंचे थे। सुपौल में एक रैली को संबोधित करने के बाद कन्हैया सहरसा की तरफ जा रहे थे तो इसी दौरान भीड़ ने कन्हैया के काफिले पर हमला कर दिया।
इस हमले और पत्थरबाजी कर दी में कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। खबरों के मुताबिक कन्हैया इस हमले में सुरक्षित हैं और कुछ लोगों को मामूली चोट आई है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को भी हिरासत में लिया है। इससे पहले आज ही जब कन्हैया झंझारपुर पहुंचे थे भीड़ ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे। यह पहला मौका नहीं है जब कन्हैया कुमार पर बिहार में हमला किया गया हो। बीते शनिवार को भी उनके काफिले को निशाने पर लिया गया था।
बीते शनिवार को जब कन्हैया कुमार अपने साथियों के साथ सिवान से छपरा जा रहे थे तो रास्ते में लोगों ने उनके काफिले पर पत्थरों से हमला करना शुरू किया। इस दौरान कन्हैया के काफिले के कुछ वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। हालांकि कन्हैया को इस दौरान कोई चोट नहीं आई थी। बाद में पुलिस ने एख हमलावर को पकड़ लिया था। इसके बाद कन्हैया ने आरोप लगाया कि बजरंग दल के लोगों द्वारा उकसाये जाने के बाद यह हमला किया।
आपको बता दें कन्हैया इन दिनों नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ बिहार में कई जगहों पर जनसभाएं कर रहे हैं। कन्हैया ने 30 जनवरी को बिहार के चंपारण से जन-गण-मन यात्रा निकाला ही है और यह कई जिलों से होकर गुजर रही है। इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान कन्हैया ने बेगूसराय से चुनाव लड़ा था और भाजपा के गिरिराज सिंह के हाथों उन्हें करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।