- बिहार विधान परिषद की 24 खाली सीटों पर चुनाव होना है
- बिहार विधान परिषद की इन सीटों पर मार्च-अप्रैल में चुनाव होने की संभावना है
- इन चुनावों में महागठबंधन में टूट पड़ सकती है
बिहार में इस साल मार्च-अप्रैल में होने वाले विधान परिषद चुनावों से पहले, कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का महागठबंधन टूटने के कगार पर है क्योंकि तेजस्वी यादव ने एक साथ चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। इसके बाद कांग्रेस ने कहा पार्टी अपने दम पर सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ने में सक्षम है।
गौरतलब है कि 2016 में इन 24 विधान परिषद सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें वह सिर्फ 1 सीट ही जीत सकी थी। इस बार कांग्रेस पार्टी गठबंधन के तहत 6 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी, जिस पर बात नहीं बनी। दिलचस्प बात यह है कि अक्टूबर 2021 में बिहार विधानसभा की दो सीटों कुशेश्वर स्थान और तारापुर के लिए उपचुनाव हुए थे, जिसमें आरजेडी और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया था। तेजस्वी ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए संकेत दिया था कि उनकी पार्टी एमएलसी चुनाव अपने दम पर लड़ेगी और राजद नई दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन में है।
सीटों पर बातचीत के लिए समय नहीं मिला: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के नेताओं ने राजद प्रमुख से सीट बंटवारे पर बातचीत करने के लिए समय मांगा, हालांकि, उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। झा ने कहा कि हमारे नेताओं ने लालू यादव से मिलने के लिए समय मांगा ताकि सीट बंटवारे पर बातचीत हो सके, लेकिन अभी तक लालू यादव की ओर से समय नहीं मिला है। इसलिए कांग्रेस पार्टी अपने स्तर पर विधान परिषद चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
लालू और तेजस्वी के बयान में अंतर: झा
मदन मोहन झा ने लालू यादव के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में उपचुनाव के बाद लालू यादव ने कहा था कि गठबंधन के साथी आगामी विधान परिषद चुनाव एक साथ लड़ेंगे और कांग्रेस को विधानसभा परिषद चुनाव में 6 से 7 सीटें देंगे। इसलिए आरजेडी सुप्रीमो को गठबंधन पर फैसला करना है। तेजस्वी यादव और लालू यादव के बयानों में अंतर है, इसलिए पहले बाप-बेटे को तय करना होगा कि उन्हें महागठबंधन रखना है या नहीं। वे विधान परिषद के चुनाव में कांग्रेस के साथ सीटों का बंटवारा करना चाहते हैं या नहीं।
'सभी सीटों पर लड़ने का फैसला आलाकमान का होगा'
अपनी पार्टी के रुख के बारे में बात करते हुए झा ने कहा कि कांग्रेस सभी 24 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने में सक्षम है और पार्टी के पास उन उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट है जो चुनाव लड़ना चाहते हैं। हम कई सीटों पर काफी मजबूत हैं और प्रभावी ढंग से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि पार्टी आलाकमान परिषद की सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ने पर अंतिम फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि सारी जानकारी कांग्रेस आलाकमान को दे दी गई है और अब पार्टी आलाकमान को 24 सीटों पर चुनाव लड़ने का अंतिम फैसला लेना है।