- हिमचाल प्रदेश में मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर की मुश्किलें बढ़ सकती है।
- मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान कहीं ज्यादा मजबूत होकर सामने आएंगे।
- राजस्थान में अशोक गहलोत मजबूत होंगे और भाजपा को वसुंधरा को साधने की कोशिश करनी होगी।
By-Election Result 2021: 3 लोकसभा सीटों और 29 विधान सभा सीटों के शाम 4.30 बजे तक के रूझानों से साफ हो गया है कि इस बार केंद्र की सत्ता में बैठी भाजपा को हिमाचल प्रदेश और राजस्थान की जनता नया संदेश दे दिया है। भाजपा को सबसे बड़ा झटका हिमाचल में लगा है। वहां पर पार्टी न केवल मंडी लोकसभा में पीछे चल रही है, बल्कि उसे तीनों विधान सभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। इसी तरह राजस्थान में भी पार्टी एक विधान सभा सीट हार चुकी है, जबकि दूसरी पर कांग्रेस से पीछे है। चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा राजस्थान में दूसरे स्थान पर भी नही रही है। इस बीच भाजपा के लिए राहत की खबर मध्य प्रदेश से आई है। पार्टी खंडवा लोकसभा सीट पर बड़े अंतर से बढ़त बनाए हुए है। जबकि 3 में से दो विधान सभा सीटों पर मजबूत है। इसमें से जोबट विधान सभा सीट उसने जीत ली है।
हिमाचल में बड़ा झटका
हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट भाजपा के रामस्वरूप शर्मा के निधन से खाली हुई थी। लेकिन वहां पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह की पत्नी और कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह, भाजपा के ब्रिगेडियर कुशल चंद ठाकुर से 7490 मतों से आगे हैं। इसी तरह फतेहपुर, अर्की और जुब्बल कोटखाई विधान सभा सीटें पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है। सबसे चौंकाने वाले परिणाम फतेहपुर सीट से बलदेव ठाकुर का हारना है। उनके नामांकन के समय खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मौजूद थे। अगर विधान सभा सीटों के यही रूझान परिणाम में बदलते हैं, तो निश्चित तौर पर जयराम ठाकुर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
राजस्थान में खाता नहीं खुला
राजस्थान की वल्लभ नगर और धरियावाद दोनों सीटों पर भाजपा पिछड़ गई है। चौंकाने वाले बात यह है कि भाजपा दोनों सीटों पर दूसरे नंबर पर भी नहीं रही है। खबर लिखे जाने तक धरियावाद सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत हासिल कर ली है। रूझान अगर परिणाम में बदलते हैं तो अशोक गहलोत को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। जबकि वसुंधरा फैक्टर परेशानी का सबब बन सकता है।
शिवराज को बूस्ट
मध्यप्रदेश की खंडवा संसदीय सीट भाजपा के नंद कुमार सिंह चौहान के निधन से सीट खाली हुई थी। यहां से भाजपा के ज्ञानेश्वर पाटिल कांग्रेस के राजनारायण सिंह पुरनी से 81701 वोटों से आगे हैं। जबकि जोबट विधान सभा सीट से भाजपा ने जीत ली हैं जबकि पृथ्वीपुर में वह आगे चल रही है। वहीं रैगांव से कांग्रेस आगे है। उप चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बड़ी राहत मिलेगी।
बिहार में कांटे की टक्कर
बिहार के कुशेश्वरस्थान सीट को जद (यू) ने फिर से जीत ली है, जबकि तारापुर विधानसभा सीट से शाम 4.30 बजे जद (यू) उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह , राजद उम्मीदवार अरुण कुमार से 408 मतों से आगे हो गए हैं। इन रूझानों से नीतीश सरकार को किसी तरह का खतरा नहीं होगा। वहीं राजद अगर जद (यू) से एक सीट छीन लेती है, नीतीश सरकार पर निशाना साधने का मौका मिलेगा।
हरियाणा में कृषि कानूनों का असर
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में इंडियन नेशनल लोक दल के नेता अभय चौटाला के विधायक पद से इस्तीफा देने के कारण ऐलनाबाद सीट पर उपचुनाव हुए। इनेलो प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला के बेटे अभय चौटाला कांग्रेस उम्मीदवार पवन बेनीवाल और भाजपा-जेजेपी उम्मीदवार गोबिंद कांडा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। अभी तक के रूझानों के अनुसार चौटाला अपनी सीट बरकार रखने में कामयाब होते दिख रहे हैं।
दीदी का जलवा कायम
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का जादू बरकरार है। तृणमूल कांग्रेस गोसाबा, खरदाहा, दिनहाटा सीट जीत चुकी है। जबकि शांतिपुर विधान सभा सीटों पर आगे हैं। चारों सीटों पर टीएमसी की बढ़त से साफ है, कि भाजपा अभी तृणमूल को टक्कर देने की स्थिति में नहीं है।
असम में ये है हाल