- भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा-राहुल गांधी के पास तथ्यों की जानकारी नहीं
- भाजपा प्रवक्ता ने कहा-कांग्रेस सरकार ने असम में खोले तीन डिटेंशन सेंटर
- डिटेंशन सेंटर पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी लगाया है झूठ बोलने का आरोप
नई दिल्ली : डिटेंशन सेंटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झूठ बोलने के राहुल गांधी के आरोप पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को पलटवार किया। भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी को तथ्यों की जानकारी नहीं है और वह पीएम मोदी पर अनर्गल और आधारहीन आरोप लगा रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता संवित पात्रा ने दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि साल 2012 में केंद्र सरकार ने असम सरकार को डिटेंशन सेंटर खोले जाने का निर्देश दिया था और इन दोनों जगहों पर कांग्रेस की सरकारें थीं। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद असम सरकार ने घोषित विदेशी नागरिकों एवं अवैध घुसपैठियों को रखने के लिए गोलपारा, कोकराझार और सिलचर में डिटेंशन सेंटर बनाए।
बता दें कि कांग्रेस नेता ने गुरुवार को अपने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया और इसके साथ लिखा कि 'आरएसएस का प्रधानमंत्री झूठ बोलता है।' इस वीडियो में बताया गया कि असम में 46 करोड़ रुपए की लागत से एक डिटेंशन सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। हाल के दिनों में कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने डिटेंशन सेंटर को लेकर मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार एनआरसी की सूची से बाहर होने वाले मुस्लिमों को इस सेंटर में रखेगी। वहीं, पीएम मोदी ने गत रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में डिटेंशन सेंटर पर विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया।
पीएम ने कहा, 'देश में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं है। अभी जो भ्रम में हैं, मैं उनसे कहूंगा कि कांग्रेस और अर्बन क्ससलियों दवार उड़ाई गईं डिटेंशन सेंटर की अफवाह सरासर झूठ है और बदइरादे वाली है। यह झूठ है।' गुरुवार को राहुल गांधी ने डिटेंशन सेंटर पर पीएम मोदी पर सवाल उठाए तो भाजपा ने दस्तावेजों के आधार पर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की। पात्रा ने कहा, 'राहुल गांधी झूठों के सरदार है। वह जानते कुछ भी नहीं हैं लेकिन वह सभी विषयों पर बोलते हैं। इस विषय पर राहुल को कोई ज्ञान नहीं है। 2012 में केंद्र की केंद्र सरकार ने असम सरकार को डिटेंशन सेंटर खोले जाने का निर्देश दिया था।'
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि देश में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं है तो इसमें कोई झूठ बात नहीं है। राहुल गांधी और उनकी पार्टी झूठ फैला रही थी कि हिंदुस्तान के मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा और एनआरसी के बाद भारतीय जनता पार्टी की सरकार असम में डिटेंशन सेंटर बना रही है। यह पूरी तरह से झूठी बात थी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस झूठ का पर्दाफाश रामलीला मैदान की अपनी रैली में की। अपने झूठ का पर्दाफाश हो जाने के बाद राहुल झूठ और फरेब का साथ ले रहे हैं।'
पीआईबी की एक प्रेस रिलीज का हवाला देते हुए प्रवक्ता ने कहा, '2011 में केंद्र और असम दोनों जगहों पर कांग्रेस की सरकारें थीं। इस प्रेस रिलीज के मुताबिक असम में अवैध रूप से रहने वाले 362 लोगों को डिटेंशन सेंटर में भेजा गया। असम की सरकार ने गोलपारा, कोकराझार और सिलचर में तीन डिटेंशन सेंटर खोले। इसमें कहा गया है कि इन जगहों पर घोषित विदेशी एवं अवैध घुसपैठियों को उनके देश भेजे जाने तक रखा जाएगा। कुल 362 घोषित विदेशी नागरिकों एवं अवैध घुसपैठियों को इन जगहों पर भेजा गया।'
पात्रा ने कहा, 'एनआरसी का डिटेंशन सेंटर बनने से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। डिटेंशन सेंटर इसलिए होता है ताकि घोषित विदेशी नागरिकों अथवा अवैध घुसपैठियों के देश का पता चलने तक उन्हें एक सीमित जगह पर रखा जाए। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि वे कहीं 'गायब' न हो जाएं। ऐसे लोगों को कनफाइन, डिटेंशन सेंटर या कैंप में रखा जाता है।'