- दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जिसके कारण यहां स्कूलों में भी 5 नवंबर तक छुट्टी कर दी गई थी
- दिल्ली सरकार ने मुख्य रूप से हरियाणा, पंजाब में पराली जलाने को यहां प्रदूषण के लिए जिममेदार ठहराया है
- यहां प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए 4-15 नवंबर तक ऑड-ईवन फॉर्मूला भी लागू किया गया है
नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है, जिसके लिए दिल्ली सरकार ने पड़ोसी राज्यों हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने को मुख्य तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि इसे कम करने के लिए यहां ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू किया गया है। इसके क्या परिणाम होते हैं, यह देखने वाली बात होगी, पर इस बीच बीजेपी के एक नेता ने दिल्ली में प्रदूषण को लेकर अलग ही थ्योरी दी है।
उन्होंने पाकिस्तान और चीन का नाम लेते हुए कहा कि यह संभव है कि पड़ोसी मुल्क से जहरीली गैस छोड़ी गई हो, जिसका असर 'हिन्दुस्तान के दिल' दिल्ली पर हो रहा है। बीजेपी नेता विनीत अग्रवाल शारदा ने इसके लिए पराली जलाने और कारखानों से निकलने वाले धुएं या निर्माण कार्यों से उठने वाली धूल को जिम्मेदार ठहराए जाने को भी गलत बताया। उन्होंने कहा कि किसान पहले भी पराली जलाते रहे हैं और उद्योग भी पहले से चले आ रहे हैं। लेकिन इस तरह का प्रदूषण व धुंध की स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई।
दिल्ली में प्रदूषण के लिए पाकिस्तान व चीन की ओर उंगली उठाते हुए बीजेपी नेता ने कहा, 'ये जो जहरीली हवा आ रही है, जहरीली गैस आई है, हो सकता है किसी बगल के मुल्क ने छोड़ी हो, जो हमसे घबराया हुआ है, मुझे लगता है पाकिस्तान या चीन हमसे घबराए हुए हैं।' वह मेरठ में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से इसकी जांच कराने की भी मांग की कि कहीं यह भारत को निशाना बनाने की पाकिस्तान की साजिश तो नहीं?
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अंत के कगार पर है। वह आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है और दुनियाभर से मदद की भीख मांग रहा है, फिर भी भारत को नुकसान पहुंचाने के अपने नापाक मंसूबों से बाज नहीं आ रहा है। लेकिन भारत ने हर बार उसे सबक सिखाया है और आगे भी ऐसा करता रहेगा।