- अलीगढ़ के इगलास से बीजेपी विधायक के साथ मारपीट केस में एसएचओ गोंडा निलंबित, एएसपी ग्रामीण का ट्रांसफर
- आईजी अलीगढ़ को गुरुवार तक जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश
- बीजेपी विधायक ने गोंडा पुलिस पर पैसे लेकर काम करने का लगाया आरोप
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक मामला सामने आया है,अलीगढ़ के इगलास से बीजेपी विधायक राजकुमार सहयोगी और थाना गौंडा के थानाध्यक्ष के बीच टकराव हो गया। विधायक अपनी बात कह रहे थे, गरमागरमी हुई और तीखी बातचीत मुक्कालात में तब्दील हो गई। थाने के अंदर विधायक के साथ हुई मारपीट की सूचना मिलते ही तमाम भाजपा नेता थाने पहुंच गए और हंगामा करने लगे। विधायक जी का कहना है कि पूरी गलती थानाध्यक्ष की है।
वहीं थानाध्यक्ष का कहना है कि विधायक ने हाथ उठाया था। इस मामले में फौरी कार्रवाई करते हुए संबंधित थानाध्यक्ष को निलंबित करने के साथ एएसपी ग्रामीण का ट्रांसफर कर दिया गया है। इस संबंध में आईजी अलीगढ़ को गुरुवार तक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
आनन फानन में अधिकारी पहुंचे थाने
इगलास से बीजेपी विधायक राजकुमार सहयोगी और कुछ औरतों के साथ जब बदसलूकी की जानकारी सामने आई तो सीओ गौंडा थाने पहुंच गए। बदसलूकी और मारपीट की जानकारी मिलने के बाद करीब एक घंटे बाद एसपी देहात अतुल शर्मा समेत कई और अधिकारी थाने पहुंचे। इसके साथ ही इगलास विधायक के समर्थन में बरौली के विधायक दलवीर सिंह और बाद में बीजेपी सांसद सतीश गौतम भी भारी समर्थकों के साथ गोंडा थाने पहुंचे। सबसे बड़ी बात यह रही कि पुलिस और जनप्रतिनिधियों में जमकर नोकझोक हुई।
इगलास विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक राजकुमार सहयोगी और एसओ गोंडा अनुज सैनी में मारपीट
विधायक राजकुमार सहयोगी का आरोप कि वो गोंडा थाने पहुंचे तो उनके साथ थाना अध्यक्ष ने अभद्रता की । उसके बाद एसएचओ समेत समेत तीन दारोगा ने मारपीट शुरू कर दी।
इगलास विधायक के समर्थन में बरौली क्षेत्र के विधायक दलवीर सिंह के बाद भाजपा सांसद सतीश गौतम भी भारी समर्थकों के साथ गोंडा थाने पहुंचे।
मामला कुछ ऐसा था
बताया जा रहा है कि गोंडा थाना क्षेत्र के रहने वाले बीजेपी के एक कार्यकर्ता के साथ दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने मारपीट की थी। इसकी शिकायत जब थाने गई तो थानाध्यक्ष गोंडा ने बीजेपी के कार्यकर्ता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। लेकिन जब इसकी जानकारी विधायक राजकुमार सहयोगी को हुई तो वह थाना गोंडा में बात करने के लिए पहुंच गए। लेकिन बातचीत ने कुछ और शक्ल ले लिया। इगलास के विधायक गोंडा थाने की पुलिस पर पैसा लेकर कार्य करने का आरोप लगाते रहे और यहीं से मामला खराब हो गया।