- वायनाड़ में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा
- राहुल गांधी के 'इंडिया रेप कैपिटल' वाले बयान पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कड़ा विरोध जताया
- मनोज तिवारी ने कहा-वह ऐसे बयान देते है जो उन्हें 'मानसिक रूप से परेशान' दिखाते हैं
नई दिल्ली: हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की वारदात के बाद यूपी के उन्नाव से भी रेप और जिंदा जलाने की भयानक वारदात सामने आई हैं, दोनों ही केस में रेप पीड़िता को जलाकर मार डाला गया। इन दो मामलों के अलावा भी रेप की खबरें देश की कुछ जगहों से सामने आ रही हैं जिसे लेकर देश में बहुत उबाल है।
लोगों का गुस्सा इस बात से है कि रेप और मर्डर की वारदातों के दोषियों को सजा नहीं मिल रही है जिससे उनके हौसले बुलंद हैं। ये दीगर बात है कि शुक्रवार को हैदराबाद महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर के चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड़ में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर चिंता जताई और कहा, ' महिलाओं के खिलाफ अपराध बहुत बढ़ गए हैं। हम रोज पढ़ते हैं कि रेप हो गया, छेड़छाड़ हुई। देश को चलाने वालों को लगता है कि सारी ताकतें उसी के हाथ में हैं और इसलिए सारे संस्थान बिखर गए हैं।'
राहुल गांधी ने कहा, 'भारत को दुनिया की बलात्कार राजधानी के रूप में जाना जाता है। वैश्विक देश यह सवाल पूछ रहे हैं कि भारत अपनी बेटियों और बहनों की देखभाल क्यों नहीं कर पा रहा है। बीजेपी का एक विधायक एक महिला के साथ बलात्कार में शामिल है और प्रधानमंत्री एक शब्द भी नहीं कहते।'
राहुल गांधी के 'इंडिया रेप कैपिटल' वाले बयान पर दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कड़ा विरोध जताते हुए उनकी हालत का मेंटली डिस्टर्ब वाली बता डाली, उन्होंने कहा- राहुल गांधी कभी भी भारत को एक गर्वित देश नहीं देख सकते हैं या बना सकते हैं। वह ऐसे बयान देते है जो उन्हें 'मानसिक रूप से परेशान' दिखाते हैं। उन्होंने पहले भी पीएम के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल किया था और उन्हें अदालत में माफी मांगनी पड़ी।
इसके अलावा राहुल गांधी ने वायनाड़ में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'प्रधानमंत्री को हमारी संस्कृति के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि कि देश को कैसे चलाना चाहिए।आपने देश भर में हिंसा में वृद्धि, महिलाओं के खिलाफ अराजकता और अत्याचार के मामलों में वृद्धि देखी होगी। रोज हम किसी न किसी महिला के साथ बलात्कार, छेड़छाड़, पिटाई के बारे में पढ़ते हैं।'