- ओडिशा जनसंवाद रैली में बोले अमित शाह, बीजेपी के लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि
- सोशल डिस्टेंसिंग जनता से संवाद स्थापित करने में कभी बाधा नहीं बनेगी
- कोरोना काल में जिस तरह से बीजेपी कार्यकर्ता लोगों की मदद कर रहे हैं वो सराहनीय
नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच बीजेपी वर्चुअल रैली के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों से संवाद स्थापित कर रही है। उसी क्रम में ओडिशा जन संवाद रैली को बीजेपी के कद्दावर नेता और गृहमंत्री अमित शाह ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर किसी से दो गज की दूरी को बनाने की सलाह दी थी। लेकिन बीजेपी और लोगों में यह कभी दूरी नहीं बनी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा जी के नेतृत्व में वर्चुअल तरीके से संपर्क स्थापित किया जा रहा है।
कोविड 19 में बीजेपी कार्यकर्ताओं का योगदान सराहनीय
कोविड 19 महामारी में बीजेपी के कार्यकर्ता अकथ श्रम कर रहे हैं। इस दौरान 11 करोड़ लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया है। वो इस तरह के योगदान के लिए पार्टी के अध्यक्ष और सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि महामारी के समय में किसी तरह की राजनीति न हो। सरकार सभी राज्य सरकारों के साथ तालमेल बना कर चल रही है। यह समय राजनीति करने के लिए नहीं है। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि कुछ राजनीतिक दलों को संकट में राजनीति का अवसर नजर आ रहा है।
मोदी सरकार में फैसले लेने की क्षमता
अमित शाह ने कहा कि बहुत सी सरकारें दो तिहाई बहुमत के साथ आईं। लेकिन उन सरकारों में अनुच्छेद 370 और 35ए हटाने का साहस नहीं हुआ। 5 अगस्त 2019 को नरेंद्र मोदी जी ने संसद में बिल लाया और अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटा दिया। उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर लोगों को लगता था कि संवेदनशील मसले पर बीजेपी का रवैया दूसरे दलों की तरह होगा। लेकिन हमने कुछ और असाधारण फैसले लेकर साबित कर दिया कि बीजेपी के लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि है।