- नॉर्थ 24 परगना में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला, एक की मौत 6 घायल, टीएमसी पर आरोप
- सिलीगुड़ी में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के बाद टीएमसी के साथ जुबानी जंग हुई थी तेज
- जे पी नड्डा के काफिले पर भी हुआ था हमला, बंगाल बीजेपी ने राष्ट्रपति शासन की मांग की थी
कोलकाता। बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और टीएमसी आमने सामने हैं। एक तरफ बयानों के जरिए बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं तो दूसरी तरफ राज्यपाल जगदीप धनखड़, ममता बनर्जी को संवैधानिक दायित्व की याद दिला दे रहे हैं। इन सबके बीच पश्चिम बंगाल बीजेपी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि नॉर्थ 24 परगना जिले में उसके एक कार्यकर्ता की हत्या हुई और 6 घायल है।
नॉर्थ 24 परगना जिले में राजनीतिक हिंसा
बीजेपी का कहना है कि उत्तर 24 परगना जिले में जो हत्या हुई है उसके पीछे टीएमसी का हाथ है। एक और दिन, एक और हत्या! हिसिहार के भाजपा कार्यकर्ता सैकत भवाल की टीएमसी गुंडों द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई, जबकि 6 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं और अपने जीवन के लिए लड़ रहे हैं। उन्हें "आर नोई अन्नय" के लिए भाजपा के डोर टू डोर आउटरीच के दौरान निशाना बनाया गया।पिशी इस तरह से सत्ता पर कायम नहीं रह सकते हैं!बता दें कि कुछ दिनों पहले सिलीगुड़ी में एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या का मामला सामने आया था और उसके विरोध में बीजेपी ने 12 घंटे के बंद का ऐलान किया था।
जे पी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद सियासत तेज
बंगाल का हाल ही में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने दौरा किया था और उनके काफिले पर हमले के बाद सियासत गरमा गई थी। उस घटना के बाद केंद्र सरकार ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से न सिर्फ रिपोर्ट मांगी बल्कि आला अधिकारियों को 14 दिसंबर को दिल्ली तलब किया। यह बात अलग है कि ममता बनर्जी सरकार ने अधिकारियों को दिल्ली ना जाने की हिदायत दे डाली।