पिछले दो दिनों से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर हैं। विधानसभा के भीतर और बाहर कभी वो शब्दों के जरिए हमला करते हैं तो कभी तंज कसते हैं। विधानसभा में जब विकास के मुद्दे पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य जवाब दे रहे थे तो अखिलेश यादव ने तंज कसा और उनके गृहजिले कौशांबी का जिक्र कर दिया। बात बढ़ी और लो तु तड़ाम पर आ गए। इसे देख सीएम योगी आदित्यनाथ खुद उतरे और विपक्ष को मर्यादा का पाठ पढ़ाया। इसके साथ ही शुक्रवार को जब सीएम ने शिवपाल यादव को सच्चा समाजवादी बताया तो अखिलेश यादव ने तंज कसा कि अब तो उनके चाचा, नेता सदन के भी चाचा हो गए हैं। इन सबके बीच अखिलेश यादव ने एक पुलिस थाने में लगे एक पोस्टर को ट्वीट करते हुए तंज कसा।
अखिलेश यादव ने ऐसे लिए मजे
ऐसा पहली बार हुआ है इन पांच-छह सालों में सत्तापक्ष के लोगों का आना मना हुआ थानों में ये है उप्र की भाजपा सरकार का बुलंद इक़बाल! यह पोस्टर मेरठ के मेडिकल थाने की है, एक पोस्टर लगा हुआ है, जिस पर बीजेपी कार्यकर्ताओं का थाने में आना मना है लिखा है। पोस्टर में आगे थाना प्रभार संतशरण सिंह का नाम लिखा हुआ है।
वार और पलटवार
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस समय योगी सरकार को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। वो अलग अलग तरीकों से योगी सरकार की खामियों को जनता के बीच पेश कर रहे हैं। यह बात अलग है कि जिस रफ्तार से वो सियासी हमला कर रहे हैं उसी रफ्तार से काउंटर अटैक भी हो रहा है। कानून व्यवस्था के नाम पर जब उन्होंने निशाना साधा था तो योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह लड़कों से गलती हो जाती कहने वाली सरकार नहीं है, हम अपराधियों को घुस कर कानून का पाठ पढ़ाने में ना सिर्फ यकीन करते हैं बल्कि उसे अमल में भी लाते हैं।