हैदराबाद : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और पार्टी शासित राज्यों की सरकारें जहां रचनात्मक राजनीति कर रही हैं, वहीं भष्ट्राचार और वंशवाद की राजनीति करने वाले विपक्षी दल राष्ट्र को सशक्त करने वाली योजनाओं में बाधा उत्पन्न कर और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदमों पर सवाल उठाकर विनाशकारी राजनीति कर रहे हैं। नड्डा ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए यह बातें कही।
अध्यक्षीय भाषण पर पार्टी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, नड्डा ने विपक्षी दलों पर गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार और थोथी राजनीति कर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा शासित राज्यों में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' के आधार पर विकास की राजनीति हो रही है, जबकि विपक्ष शासित राज्य में तुष्टीकरण की घोर पराकाष्ठा की राजनीति हो रही है।
उन्होंने कहा कि जहां एक ओर भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकास के नए आयाम गढ़ रहा है, वहीं विपक्ष का व्यवहार अत्यंत ही गैर-जिम्मेदाराना रहा है। विपक्ष तर्कविहीन थोथी राजनीति कर देश की जनता को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने टीकों और टीकाकरण, कृषि सुधार कानूनों, सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक, लद्दाख व डोकलाम के मुद्दों तथा राफेल लड़ाकू विमान पर भी जनता को गुमराह किया। उन्होंने कहा कि देशहित के लिए जरूरी सुधारों को अटकाना, लटकाना और भटकाना ही विपक्ष का उद्देश्य रह गया है। दुर्भाग्य की बात यह है कि भाजपा और प्रधानमंत्री का विरोध करते-करते विपक्ष अब देश के विरोध पर उतारू हो गया है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इसके विपरीत भाजपा शासित राज्यों में गरीबों के सबसे अधिक मकान बनाने, ग्राम विकास में सबसे आगे रहने, सड़कें बनाने, गरीबों तक राशन पहुंचाने जैसे विकास के मुद्दों पर प्रतिस्पर्धा हो रही है तो विपक्ष द्वारा शासित राज्यों में इस बात की प्रतिस्पर्धा है कि तुष्टीकरण की राजनीति में कौन आगे है, गरीबों का राशन लूटने में कौन सबसे अधिक आगे है, भ्रष्टाचार में कौन सबसे आगे है और परिवारवाद की राजनीति में कौन सबसे आगे है। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति ख़त्म हुई है और विकासवाद, राजनीति का केंद्र बिंदु बना है।
उन्होंने कहा, उनके नेतृत्व में देश की राजनैतिक कार्य संस्कृति भी बदली है। मोदी सरकार अति सक्रिय, अति जवाबदेह और गरीब-हितैषी सरकार है, जो जनसेवा के लिए सतत कटिबद्ध रहती है। प्रधानमंत्री ने देश के लोकतंत्र में पॉलिटिक्स ऑफ़ परफॉरमेंस और विकासवाद के सिद्धांत को स्थापित किया है। इससे पहले, अध्यक्षीय भाषण के प्रमुख अंशों से पत्रकारों को अवगत कराते हुए केद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि एक तरफ भाजपा सरकारें रचनात्मक राजनीति कर रही हैं और राष्ट्र निर्माण को समर्पित हैं, तो दूसरी ओर विपक्ष की सतत कोशिश राष्ट्र को गुमराह करने की है।
ईरानी के मुताबिक, भाजपा अध्यक्ष ने पश्चिम बंगाल, केरल और जम्मू कश्मीर में पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या का उल्लेख किया और उनके बलिदान को नमन किया। नड्डा ने अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के आठ वर्षों के दौरान किए गए कार्यों, खासकर गरीब कल्याण से जुड़ी योजनाओं की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत एकमात्र देश है जहां 25 महीने से 80 करोड़ नागरिकों को महामारी के दौरान भारत सरकार के सौजन्य से राशन पहुंचाया जा रहा है।
ईरानी के मुताबिक, नड्डा ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रोपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाने के लिए प्रधानमंत्री का विशेष आभार व्यक्त किया। नड्डा ने मुर्मू की उम्मीदवारी का समर्थन करने वाले सभी दलों के प्रति आभार जताया और सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील की कि वे दलगत भावना से ऊपर उठकर उनका समर्थन करें। नड्डा ने हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली सफलता का भी उल्लेख किया और इसके लिए इन राज्यों के कार्यकर्ताओं और जनता के प्रति आभार व्यक्त किया।