- अयोध्या से बीएसपी ने शुरू किया ब्राह्मण सम्मेलन
- बीएसपी ने कहा कि योगी राज में पहचान कर 400 ब्राह्मणों को मुठभेड़ में मारा गया
- कुख्यात विकास दुबे के भतीजे की पत्नी खुशी दुबे को कानूनी मदद की भी बात कही गई
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले अब जातियों को साधने की कवायद शुरू हो चुकी है। खासतौर से बीएसपी एक बार फिर 2007 की रणनीति पर काम कर रही जिसमें उसने ब्राह्मण समाज को साधा था। 2022 की लड़ाई में बीएसपी को लगता है कि वर्तमान योगी सरकार से जिस तरह ब्राह्मणों में नाराजगी है उसका फायदा उठाया जा सकता है। अयोध्या में ब्राह्मण सम्मेलन में बीएसपी के कद्दावर नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कुछ खास बातें कहीं जिसमें 400 ब्राह्मणों के एनकाउंटर के जिक्र के साथ ही कुख्यात विकास दुबे के भतीजे की पत्नी खुशी दुबे की कानूनी लड़ाई भी शामिल है।
जाति पहचान कर एनकाउंटर किए गए
योगी सरकार आरोपियों की जाति पहचान कर एनकाउंटर कर रही है। कानून व्यवस्था में सुधार के नाम पर फर्जी मुठभेड़ों में पुलिस द्वारा ब्राह्मणों को खुलेआम निशाना बनाया जा रहा है और उनका सफाया किया जा रहा है। 400 से अधिक ब्राह्मणों का सफाया कर दिया गया है। बसपा सरकार में ऐसा कभी नहीं हुआ।
बीजेपी में शामिल होने पर जितिन प्रसाद पर साधा निशाना
जितिन का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि उन्होंने यूपी की भाजपा सरकार द्वारा ब्राह्मण समुदाय पर किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ ब्राह्मणों के लिए काम करने का दावा किया है। और अब वह आगे बढ़कर उसी पार्टी में शामिल हो गए हैं। ऐसे लोग समाज के लिए कैसे काम करेंगे।
बीएसपी का ब्राह्मण सम्मेलन
अयोध्या, अंबेडकर नगर, प्रयागराज, प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर में ब्राह्मण सम्मेलन के पहले चरण के बाद हम चित्रकूट धाम और मिर्जापुर में विंध्यवासिनी मंदिर भी जाएंगे। हम अगले कुछ महीनों में पूरे राज्य को कवर करेंगे और 15 अक्टूबर के आसपास अपना कार्यक्रम समाप्त करेंगे।एससी मिश्रा ने जय श्री राम, जय परशुराम और जय भीम के नारे के साथ समापन किया।