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मायावती के निशाने पर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कहा- राजस्थान में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करें राज्यपाल

Updated Jul 18, 2020 | 13:45 IST

बसपा प्रमुख मायावती ने राजस्थान में चल रही सियासी उठापठक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा और कहा कि राज्यपाल कलराज मिश्र को राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करनी चाहिए।

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राजस्थान में जारी है घमासान
मुख्य बातें
  • राजस्थान में राज्यपाल को राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करनी चाहिए: मायावती
  • गहलोत ने पहले बसपा के विधायकों को ‘दगाबाजी करके’ कांग्रेस में शामिल कराया: मायावती
  • अब फोन टैपिंग कराकर असंवैधानिक काम किया है: बसपा प्रमुख

नई दिल्ली: राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर निशाना साधा है। उन्होंने राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। मायावती ने कहा कि गहलोत ने फोन टेप कराके गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है। 

मायावती ने ट्वीट कर कहा, 'जैसा कि विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों  को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है। इस प्रकार, राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहाँ के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहाँ राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो।' 

ऑडियो क्लिप से मचा घमासान

दरअसल, राजस्थान में शुक्रवार को वायरल हुए दो कथित ऑडियो क्लिप का हवाला देते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमला बोला और कहा कि राजस्थान की सरकार गिराने के षड्यंत्र में कथित रूप से शामिल शेखावत व अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस के विशेष कार्यबल (SPG) में मामला दर्ज होना चाहिए। इस ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भंवर लाल शर्मा व भाजपा के एक नेता संजय जैन की आवाज है। सुरजेवाला ने इस क्लिप में हुई कथित बातचीत को पढ़कर सुनाया। उन्होंने कहा, 'इस तथाकथित बातचीत से पैसों की सौदेबाजी व विधायकों की निष्ठा बदलवाकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने की मंशा व साजिश साफ है। यह लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है।' 

इस पर भाजपा ने कहा कि क्या राजस्थान में फोन टैपिंग की गई और अगर हां, तो क्या राज्य सरकार ने मानक प्रक्रिया का पालन किया। भाजपा ने राजस्थान में कथित फोन टैपिंग से जुड़ी सभी अवैधताओं की सीबीआई जांच कराने की मांग की। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, 'भाजपा इस पूरे प्रकरण का CBI द्वारा जांच की मांग करती है। क्या एसओपी फॉलो हुआ, फोन टेपिंग इत्यादि किया गया? क्या सभी राजनीतिक पार्टी के सभी लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है? इसको लेकर CBI द्वारा तत्कालीन जांच हो।'
 

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