- राजधानी दिल्ली में 31 मार्च तक लॉकडाउन रहेगा
- लॉकडाउन में सार्वजनिक परिवहन भी बंद
- आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए चलेंगी डीटीसी की 25 प्रतिशत बसें
नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने भारत समेत पूरी दुनिया में कहर बरपा कर रखा है। इसी को देखते हुए देश के कई राज्यों ने अपना यहां लॉकडाउन का ऐलान किया है। दिल्ली सरकार ने रविवार को घोषणा की 23 मार्च से 31 मार्च कर राजधानी लॉकडाउन में रहेगी और इस दौरान सार्वजनिक परिवहन का कोई साधन नहीं चलेगा। साथ ही दिल्ली की सीमाओं को सील कर दिया जाएगा।
हालांकि, दिल्ली में स्वास्थ्य, खानपान, जल और विद्युत आपूर्ति आदि से संबंधित आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। वहीं, सरकार ने कहा कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को गतंव्य तक पहुंचाने के लिए डीटीसी की 25 प्रतिशत बसें चलेंगी। इतना ही दिल्ली में सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है। सरकार के इस निर्णय के बाद कैप ऑपरेटर उबर ने शहर में अपनी सभी यात्री सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
ओला की सर्विस जारी
वहीं, अन्य कैब ऑपरेटर ओला ने अपनी सर्विस जारी रखने का फैसला किया है। ओला कैब्स के प्रवक्ता ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार ओला आवश्यक आपातकालीन जरूरतों के लिए नागरिकों को सीमित यात्रा के लिए प्रोत्साहित करना जारी रखेगा। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए राष्ट्रीय प्रयास के हिस्सा के रूप में हम आवश्यक सेवाओं के लिए वाहनों के न्यूनतम नेटवर्क का इस्तेमाल करेंगे।
भारत में कोरोना का असर
भारत में कोरोना वायरस के अभी तक 290 से ज्यादा मामले सामने चुके हैं। वहीं सात लोग इसके चलते अपनी जान गंवा बैठे हैं। देश के 75 से अधिक जिलों में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। कोरोना को मात दे के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर रविवार को देश में सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक 'जनता कर्फ्यू' का पालन किया गया था। पीएम मोदी ने देश के संबोधन में कहा था कि‘जनता कर्फ्यू’ के दौरान आवश्यक सेवाओं वाले लोगों को छोड़कर किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
दुनिया में कोरोना का कुछ ऐसा कहर
कोरोना वायरस के चलते अबतक दुनियाभर में 14000 से ज्यादा लोगों की जान चुकी है। सबसे ज्यादा मौत इटली में हुई हैं। इटली में मरने वालों की तादाद 5 हजार से ऊपर पहुंच गई है जो दुनिया में किसी में एक देश में सबसे अधिक है। यहां पिछले दो दिनों में एक हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई बेहद डराने वाला आंकड़ा है। इटली के बाद कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें चीन में हुई हैं। दुनियाभर में कोरोना के कुल पीड़ित मरीजो की संख्या 3 लाख 43 हजार से अधिक है।