बांग्लादेश मूल की अंतर्राष्ट्रीय लेखिका तसलीमा नसरीन के बयान ने एक बार फिर से सुर्खियां बटोरी हैं, इस बार उनका बयान अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर आया है जिसका उन्होंने समर्थन किया है और इस बावत उन्होंने ट्वीट करते हुए अपनी बात कही है उन्होंने मुसलमानों से इस अभियान में आगे आने की अपील भी की है।
गौरतलब है कि नबंवर 2019 में राम मंदिर निर्माण पर फैसला आने के बाद तस्लीमा नसरीन ने मुसलमानों को 5 एकड़ जमीन दिए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाए थे।
अब अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर दिए गए बयान को लेकर फिर सुर्खियों में हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि 'अयोध्या में राम मंदिर के लिए कई मुसलमान वीएचपी के अभियान में दान दे रहे हैं। मुसलमानों को मंदिर के लिए धन जुटाने के लिए आगे आना चाहिए...
इससे पहले तसलीमा नसरीन ने कहा था कि भारत के अधिकांश हिंदू चाहते हैं कि राम मंदिर का निर्माण हो, इसलिए इसे बनने दें। मुसलमानों की तरह उन्हें भी पूरी तरह से धार्मिक और कट्टरपंथी होने का अधिकार है, उन्होंने यह भी कहा कि यदि आप एक हिंदू हैं तो आपको धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए, यह आवश्यक नहीं है।
मस्जिद निर्माण के लिए मुसलमानों को पांच एकड़ जमीन देने पर भी सवाल उठाया था
इससे पहले जब अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आया था, तो तसलीमा ने मस्जिद निर्माण के लिए मुसलमानों को पांच एकड़ जमीन देने पर भी सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने अयोध्या में हिंदुओं को 2.77 एकड़ जमीन दी, जबकि मुसलमानों को पांच एकड़ ज़मीन! मुसलमानों को भी 2.77 एकड़ जमीन दी जानी चाहिए थी।
तसलीमा नसरीन ने ट्वीट करते हुए कहा था, 'हिंदुओं के लिए 2.77 एकड़ जमीन तो मुसलमानों के लिए 2.77 एकड़ ही भूमि होनी चाहिए। उनके लिए 5 एकड़ क्यों?' तस्लीमा ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'अगर मैं एक जज होती, तो अयोध्या की 2.77 एकड़ जमीन सरकार को एक मॉडर्न साइंस स्कूल बनाने के लिए दे देती, जहां सभी छात्र निशुल्क पढ़ सकें। और मैं सरकार को वो 5 एकड़ जमीन भी एक आधुनिक अस्पताल बनाने के लिए दे देती, जिससे वहां मरीजों का फ्री इलाज हो सके।'