- अमरिंदर सिंह ने कहा कि नई पार्टी का वो गठन करने जा रहे हैं, वकील मंथन कर रहे हैं
- बीजेपी के साथ गठबंधन की बात नहीं, शीट शेयरिंग की बात हुई
- पंजाब की सुरक्षा उनके लिए अहम, ड्रोन मामले में पाकिस्तान का हाथ
नई दिल्ली: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वो नई पार्टी का गठन करने जा रहे हैं। लेकिन फिलहाल वो पार्टी के नाम के बारे में कुछ भी नहीं बता सकते हैं। उस संबंध में उनके वकील मंथन कर रहे हैं। विचार मंथन की प्रक्रिया की बाद के वो पार्टी के नाम को सार्वजनिक करेंगे। बीजेपी से गठबंधन पर बोले कि उनकी किसी तरह की बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने सीट शेयरिंग की बात की थी। सीएम से हटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पता नहीं रणदीप सुरजेवाला को कहां से आंकड़े मिले की ज्यादातर विधायक उनसे संतुष्ट नहीं थे। जहां तक उनकी समझ है कि कोई भी विधायक उनसे नाराज नहीं था। अब इन बातों का अर्थ भी नहीं है, ये सब बातें पुरानी हो चुकी हैं।
ड्रोन मामले में पाकिस्तान का हाथ
सुरक्षा को लेकर उनका मजाक बनाया गया। वो साढ़े 9 साल तक पंजाब के गृहमंत्री रहे और वो राज्य की सुरक्षा के बारे में बेहतर समझ रखते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य का सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी और खालिस्तानी बड़े खतरे हैं।सवाल यह है कि जो भी ड्रोन के जरिए हथियार गिराए गए आखिर वो कहां गए। ड्रोन मामले में पाकिस्तान का हाथ, आईएसआई के स्लीपर सेल काम कर रहे हैं।
अरुसा आलम पर कैप्टन का जवाब
अरुसा आलम के बारे में आज सवाल क्यों पूछा जा रहा है। चुनाव के वक्त यह मुद्दा क्यों याद आया। जो लोग सवाल कर रहे हैं उन्होंने पिछले 16 वर्षों में एक बार भी नहीं पूछा।
पार्टी गठित करने का किया था ऐलान
19 अक्टूबर को सिंह ने घोषणा की थी कि वो जल्द ही अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा करेंगे। ठुकराल ने ट्वीट कर कहा था कि अमरिंदर सिंह ने कहा है कि पंजाब के भविष्य की लड़ाई जारी है। एक साल से अधिक समय से अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हमारे किसानों सहित पंजाब और उसके लोगों के हितों की सेवा के लिए जल्द ही अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा करेंगे। अगर किसानों के आंदोलन को किसानों के हित में सुलझाया जाता है तो 2022 के पंजाब चुनाव में बीजेपी के साथ सीट समझौते की उम्मीद है। समान विचारधारा वाले दलों- अकाली समूहों, विशेष रूप से ढींडसा और ब्रह्मपुरा के साथ गठबंधन किया जा सकता है। साथ ही समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन किया जा सकता है।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ तनातनी के बाद सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। पद छोड़ने के तुरंत बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें कांग्रेस पार्टी में अपमानित किया गया।