नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता ने ब्राह्मणों के बहिष्कार पर टिप्पणी की, जिसे लेकर राज्य पुलिस ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। मुख्यमंत्री के पिता नंद कुमार बघेल ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में यह टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा हूं कि ब्राह्मणों को आपके गांवों में प्रवेश न करने दें। मैं हर दूसरे समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें। उन्हें वोल्गा नदी के तट पर वापस भेजने की जरूरत है।
सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत के बाद डीडी नगर पुलिस ने शनिवार देर रात नंद कुमार बघेल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (1) (बी) (अलार्म पैदा करने का इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कानून सर्वोच्च है और उनकी सरकार सबके लिए खड़ी है। उन्होंने कहा, 'कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, भले ही वह व्यक्ति मेरे 86 वर्षीय पिता ही क्यों न हो। छत्तीसगढ़ सरकार हर धर्म, संप्रदाय, समुदाय और उनकी भावनाओं का सम्मान करती है। मेरे पिता नंद कुमार बघेल द्वारा एक विशेष समुदाय के खिलाफ टिप्पणी ने सांप्रदायिक शांति को भंग कर दिया है। उनके इस बयान से मुझे भी दुख हुआ है।'
बघेल ने कहा, 'हमारे राजनीतिक विचार और विश्वास स्पष्ट रूप से अलग हैं। एक पुत्र के रूप में मैं अपने पिता जी का सम्मान करता हूँ लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को अनदेखा नहीं किया जा सकता जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो। हमारी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के पिता ही क्यों न हों।'