- 8 नवंबर को सीडीएस बिपिन रावत का चॉपर हादसे का शिकार हुआ था
- पर्यटकों के फोन में हादसे की रिकॉर्डिंग हुई थी कैद
- फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया फोन
पुलिस ने रविवार को कहा कि जिस व्यक्ति ने हेलीकॉप्टर का वीडियो बनाया था, उसका मोबाइल फोन यहां के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य की मौत हो गई, जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।कोयंबटूर के एक वेडिंग फोटोग्राफर जो, 8 दिसंबर को अपने दोस्त नज़र और अपने परिवार के कुछ सदस्यों के साथ पहाड़ी नीलगिरी जिले के कट्टेरी इलाके में तस्वीरें लेने गए थे।
फोन में कैद हुई थी हादसे की रिकॉर्डिंग
जाहिर तौर पर उसके दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ क्षण पहले उत्सुकतावश उसने अपने मोबाइल फोन पर दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था। हेलिकॉप्टर के कोहरे में गायब होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मामले की जांच के तहत जिला पुलिस ने जो का मोबाइल फोन एकत्र कर उसे कोयंबटूर की फोरेंसिक लैब में भेज दिया है।उन्होंने कहा कि यह पता लगाने के लिए भी जांच की जा रही है कि फोटोग्राफर और उसके साथ कुछ अन्य लोग घने जंगल क्षेत्र में क्यों गए थे, जो जंगली जानवरों की लगातार आवाजाही के कारण प्रतिबंधित क्षेत्र है। इस बीच, पुलिस विभाग ने चेन्नई में मौसम विभाग से क्षेत्र में मौसम और तापमान से संबंधित विवरण मांगा है।
सुराग जुटाने के लिए पूछताछ जारी
इसके अलावा, पुलिस दुर्घटना के बारे में सुराग जुटाने के लिए गवाहों से पूछताछ कर रही है। बुधवार को कुन्नूर के कटेरी-नंजप्पनचत्रम इलाके में एक जंगली घाटी में एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से जनरल रावत उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गई। भारतीय वायुसेना का एक कर्मी दुर्घटना में बच गया और उसका बेंगलुरु में इलाज चल रहा है।