- चॉपर क्रैश केस में चीन के हाथ होने की आशंका- स्वामी
- आखिर रूस का यह चॉपर क्रैश कैसे हो गया
- सुब्रमण्यम स्वामी ने पूरे मामले की जांच एससी के जज से कराए जाने की मांग की
8 नवंबर को सुलूर एयरबेस से एमआई सीरीज के चॉपर ने उड़ान भरी थी तो यह किसी को पता नहीं था कि कुछ घंटों के बाद मनहूस खबर आने वाली है। चॉपर कुन्नूर के पास हादसे का शिकार हुआ और जो जानकारी सामने आई वो सबको स्तब्ध करने वाली थी। दरअसल उस चॉपर में सीडीएस बिपिन रावत सवार थे और उनका निधन हो चुका था। उनके निधन के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि देश जानना चाहता है कि आखिर क्या हुआ था। अब बीजेपी सांसद डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि सीडीएस बिपिन रावत के निधन की जांच सुप्रीम कोर्ट से जज कराई जानी चाहिए।
चीन को लेकर रावत का नजरिया स्पष्ट था
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जनरल रावत स्पष्टवादी थे और ऐसे लोगों को कौन पसंद करता है। चीन और पाकिस्तान के मुद्दे पर वो बेबाकी से अपनी राय रखते थे। आखिर राजनीतिक जमात की तरफ से तीखे बयान तो कम ही आते रहे हैं। खासतौर से चीन को लेकर उनका नजरिया बिल्कुल साफ था। वो चीन को दुश्मन नंबर एक कहा करते थे। खासतौर से गलवान और उसके बाद जिस तरह से वो चीन को लेकर आक्रामक थे उससे चीन असहज महसूस कर रहा था। चीन को लेकर उनके जो विचार थे उस संदर्भ को समझते हुए चीन के हाथ होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।यह ऐसा विषय है जो देश की जनता जानना चाहती है लिहाजा सरकार को चॉपर क्रैश की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करानी चाहिए। बता दें कि क्रैश की जांच तीनों सेना की संयुक्त टीम कर रही है।
रूसी चॉपर पर स्वामी ने उठाए सवाल
उन्होंने रूस में बने चॉपर पर भी सवाल उठाए। सेना के शीर्षतम स्तर के अधिकारी का रूस से खरीदे गए हेलिकॉप्टर में मारा जाना अलग तरह की घटना है। ताइवान में भी ऐसा ही कुछ हुआ था जहां शीर्ष सैन्य अधिकारी की हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई। ताइवान के लोगों का कहना है कि उसमें चीन का हाथ था। लेकिन सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि खराब मौसम की वजह से हादसा हुआ था। अब सवाल यह है कि सुलूर से लेकर वेलिंग्टन तक के सफर के बारे में मौसम पूर्वानुमान सही था तो आखिर यह घटना कैसे घटी, दूसरी तरफ अगर किसी तरह की दिक्कत थी क्या वापस चॉपर तो सुलूर बेस नहीं मोड़ा जा सकता था। यह सब ऐसे सवाल हैं जिसका जवाब मिलना चाहिए।