- सर्वाइकल कैंसर महिलाओं की बड़ी बीमारी
- सर्वाइकल कैंसर की चपेट में हर साल आती है लाखों महिलाएं
- एसआईआई की वैक्सीन को एसईसी की मंजूरी
9 से 26 आयु की लाखों-करोड़ों महिलाओं के लिए खुशी की खबर है। सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाए टीके को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी यानी एसईसी ने मंजूरी दे दी है। फेज थ्री डेटा को संतोषजनक पाया गया है। एएनआई के मुताबिक एसआईआई के निदेशक(गवर्नमेंच एंड रेगुलेटरी अफेयर्स) प्रकाश कुमार सिंह ने 8 जून की डीसीजीआई के सामने क्यूएचपीवी वैक्सीन की मंजूरी के लिए आवेदन किया था। आवेदन में इस बात का जिक्र था कि वैक्सीन की सभी डोज और 9 से 26 की आयु में किस तरह एंटीबॉडी रिस्पांस आता है।
सर्वाइकल कैंसर से हजारों महिलाओं की मौत
वैक्सीन के संबंध में उम्मीद की जा रही है कि इस साल के अंत तक बाजार में उपलब्ध होगी। क्यूएचपीवी वैक्सीन, भारत की पहली स्वदेशी वैक्सीन होगी जो सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ बनाई गई है। भारत में हर वर्ष करीब 122,844 औरतों में सर्वाइकल कैंसर की पहचान होती है। सर्वाइकल कैंसर से करीब 67, 477 महिलाओं की मौत हो जाती है।
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