- भारत में इस समय 1.23 लाख महिलाएं हर साल सर्वाइकल कैंसर से संक्रमित हो जाती है।
- सर्वाइकल कैंसर की देश की पहली स्वदेशी वैक्सीन विकसित कर ली गई है।
- सरकार इसे राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत आने वाले कुछ महीनों में लांच कर सकती हैं।
Cervical Cancer Vaccine: भारत में हर साल एक लाख से ज्यादा महिलाएं सर्वाइकल कैंसर का शिकार हो जाती हैं। इस गंभीर बीमारी से जूझ रही महिलाओं के अच्छी खबर है। देश को पहली स्वदेशी वैक्सीन लांच हो गई है। इसका नाम 'क्वॉड्रिवैलेंट ह्यूमन पैपिलोमा वायरस वैक्सीन (qHPV)CERVAVAC' है। स्वदेशी वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और केंद्र सरकार के विभाग डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (DBT)ने मिलकर विकसित किया है। पिछले महीने ही ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को सरवाइकल वैक्सीन के उत्पादन की मंजूरी दी थी। स्तन कैंसर के बाद भारत मे महिलाओं में सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर के मामले पाए जाते हैं। और इसका सबसे ज्यादा शिकार 15 से 44 साल की लड़कियां और महिलाएं होती है। वैक्सीन लांच होने के बाद सरकार राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत अगले कुछ महीने में टीका लगाने का अभियान शुरू कर सकती हैं।
1000 गुना ज्यादा एंटीबॉडी विकसित करने में सक्षम
अधिकारी के अनुसार qHPV वैक्सीन CERVAVAC से परीक्षण के दौरान काफी उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। वैक्सीन के जरिए सभी उम्र वर्ग और डोज में दूसरी बेसलाइन HPV की तुलना में 1000 गुना ज्यादा एंटीबॉडी विकसित हुई है। इस परिणाम से साफ है कि स्वदेशी वैक्सीन सरवाइकल कैंसर से बचाव में बेहद कारगर साबित हो सकती है।
क्या है सर्वाइकल कैंसर
सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में सर्विक्स की कोशिकाओं पर असर डालता है। सर्विक्स गर्भाशाय के निचले भाग के हिस्से को कहा जाता है। सर्वाईकल कैंसर से पीड़ित महिला को शरीर के इस हिस्से में असर होता है। सर्वाइकल कैंसर के ज्यादातर मामले ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) के अलग-अलग तरह की स्ट्रेन्स की वजह से होते हैं। HPV एक यौन रोग है, जो जननांग में मस्से के रूप में दिखता है। जो धीरे-धीरे बढ़कर सर्वाइकल सेल्स को कैंसर सेल्स में बदल देता है।
कितना खतरनाक है सर्वाइकल कैंसर,1.23 लाख से ज्यादा महिलाए हर साल पीड़ित
सर्वाइकल कैंसर पर काम करने वाली प्रीस्क्रिप टेक की रिपोर्ट के अनुसार भारत में इस समय हर साल 1.23 लाख महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित हो जाती हैं। एनसीबीआई के रिसर्च पेपर के अनुसार हर साल 67 हजार से ज्यादा महिलाओं की मौत हो जाती है। भारत में कैंसर से होने वाले रोगों में इसका तीसरा नंबर आता है। प्रीस्क्रिप टेक की रिपोर्ट के अनुसार सर्वाइकल कैंसर का 18.3 फीसदी रेट हैं। और मौत होने की दूसरी सबसे बड़ी वजह सर्वाइकल कैंसर है। और भारत में महिलाओं में होने वाले कैंसर में सर्वाइकल कैंसर की हिस्सेदारी 6-29 फीसदी तक है। इसके अलावा अरूणाचल प्रदेश के पपुम पारे जाले में सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर की दर है। जो कि एशिया में सबसे ज्यादा है।
भारत में 2025 तक कैंसर के होंगे 15 लाख से ज्यादा मरीज, महिलाओं को ज्यादा खतरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) के अनुसार सर्वाइकल कैंसर विश्व में महिलाओं में होने वाला चौथा आम कैंसर है और साल 2020 में सर्वाइकल कैंसर के 6.04 लाख नए मामले सामने आए थे और इससे 3.42 लाख महिलाओं की मौत हो गई थी।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
- माहवारी के दौरान असामान्य रक्तस्राव होना।
- यौन संबंध बनाने के बाद रक्तस्राव होना।
- बार-बार वेजाइनल इन्फेक्शन होना।
- बार-बार यूरिन इन्फेक्शन, और यूरिन निकालने के दौरान जलन होना
- सफेद पानी या वेजाइनल डिसचार्ज, कभी कभार डिस्चार्ज के दौरान बदबू होना
- एडवांस स्टेज में कमर, पैरों या पेल्विक में दर्द, वजन में असामान्य गिरावट, थकान और भूख ना लगना
(एजेंसी इनपुट के साथ)