नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 5 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए हैं। राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) डीएम अवस्थी ने बताया कि बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 5 जवान शहीद हो गए। भारतीय वायु सेना ने सुकमा में बचाव कार्यों में अर्धसैनिक बलों की मदद के लिए एमआई -17 हेलीकॉप्टरों की तैनाती की।
अवस्थी ने बताया कि तर्रेम क्षेत्र में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था। दल जब क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने कहा, 'शुरुआती जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ में कम से कम 9 और नक्सली मारे गए हैं और लगभग 15 अन्य घायल हुए हैं। इसकी पुष्टि के लिए हमें और समय की आवश्यकता होगी। हमारे अनुमान के अनुसार, वहां 250 नक्सली थे।'
मुठभेड़ को लेकर डीजीपी डीएम अवस्थी, विशेष महानिदेशक (एंटी-नक्सल ऑपरेशंस) अशोक जुनेजा और अन्य अधिकारियों की एक आपात बैठक रायपुर में हुई। एनकाउंटर 3 घंटे तक चला। मुठभेड़ स्थल पर एक महिला नक्सल का शव मिला है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने घायल हुए जवानों को बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। जिला रिजर्व गार्ड के तीन जवानों को इलाज के लिए रायपुर लाया गया।
नक्सलियों को भी काफी नुकसान होने की खबर
नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ से तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से करीब दो हजार जवान शामिल थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार दोपहर लगभग 12 बजे बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर सुकमा जिले के जगरगुंड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के करीब नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन तथा तर्रेम के सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ तीन घंटे से अधिक समय तक चली। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान, बस्तरिया बटालियन के दो जवानों तथा डीआरजी के दो जवानों की मृत्यु हुई है। मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान होने की खबर है।
गत 23 मार्च को नक्सलियों ने नारायणपुर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर बस को उड़ा दिया था। इस घटना में बस में सवार डीआरजी के पांच जवान शहीद हो गए थे।