कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने पर्यावरण प्रदर्शन संबंधी एक अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट को सरकार द्वारा खारिज किए जाने के बाद बृहस्पतिवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को यह समझना चाहिए कि ‘‘दुनिया भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की धुन पर नाचने वाली नहीं है।’पूर्व वित्त मंत्री ने यह आरोप भी लगाया कि यह सरकार मतभिन्नता को खारिज करने वाली सरकार बन चुकी है।
चिदंबरम ने साधा निशाना
पी चिदंबरम ने ट्वीट किया कि एनडीए सरकार को 'नो डाटा अवेलेबल' (कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं) सरकार के रूप में जाना जाता है। अब यह मतभिन्नता को खारिज करने वाली सरकार है। इसलिए, इसने पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक को खारिज कर दिया जिसने भारत को 180 देशों में अंतिम स्थान पर रखा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लोगों को भ्रम में रख रही है। लेकिन एक दिन निश्चित तौर पर लोग उस भ्रमजाल से बाहर आएंगे। मोदी सरकार देश को ऊंचाई पर ले जाने की जगह गर्त में ढकेलने का काम कर रही है।
मोदी सरकार रिपोर्ट खारिज करने में आगे
चिदंबरम ने दावा किया, ‘‘इससे पहले, सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की कोरोना से हुई ज्यादा मौतों और ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स’ की रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। मोदी सरकार को समझना चाहिए कि दुनिया बीजेपी/आरएसएस की धुन पर नहीं नाचेगी।’’
गौरतलब है कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने बुधवार को पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक- 2022 को खारिज कर दिया जिसमें भारत को 180 देशों की सूची में सबसे निचले स्थान पर रखा गया है।मंत्रालय ने कहा कि सूचकांक में उपयोग किए गए सूचक अनुमानों व अवैज्ञानिक तरीकों पर आधारित हैं।