- भारत औऱ चीन के बीच पिछले काफी समय से बने हुए है तनावपूर्ण हालात
- गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद देश में तेज हो गया है चीन का विरोध
- एक लेखक ने खोली चीन की पोल, कहा- भारत की बढ़ती ताकत से घबराया है चीन
नई दिल्ली: चीन लगातार भारत के खिलाफ एलसी पर आक्रामक रूख अख्तियार किए हुए जिसका भारतीय सेना द्वारा उसी अंदाज में जवाब दिया जा रहा है। गलवान घाटी में 15 और 16 जून की रात हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। अपनी विस्तारवादी नीति को चीन लगातार अंजाम देने की कोशिशों में जुटा है। ऐसे में एक सवाल स्वत: ही मन में उठता है कि आखिर चीन चाहता क्या है? अब एक चीन में रहे एक लेखक ने चीन की इस हरकत का खुलासा किया है।
गॉर्डन चांग काफी समय तक रहे हैं चीन में
अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे से बात करते हुए प्रसिद्ध लेखक गॉर्डन चांग ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर निशाना साधते हुए कई खुलासे किए। गॉर्डन चांग चीन और हांगकांग में दो दशक से ज्यादा समय तक रह चुके हैं और वह चीन पर बहुत करीब से नजर रखते हैं। गार्डन ने कहा कि कोरोना के बाद जिनपिंग लगातार फेल हो रेह हैं और देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए वो सीमा पर इस तरह की हरकतें कर रहे हैं। उन्होंने चीन की मौजूदा हरकतों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'इसके कई कारण है लेकिन मुझे जो सबसे अहम लगता है वो ये कि चीन अब कमजोरी की भावना से निकल रहा है। आपको यदा होगा कि दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से उसकी किरकरी हो रही है।'
जिनपिंग के खिलाफ उठ रही हैं आवाजें
गॉर्डन ने बताया, 'शी जिनपिंग सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दक्षिण चीन सागर, अमेरिका, काजाखस्तान, पश्चिमी यूरोप के कई देशों को निशाना बना रहे हैं जो उनकी एक व्यापक परियोजना का हिस्सा है। यह बेहद खतरनाक है क्योंकि अगर शी जिनपिंग के खिलाफ देश में आवाजें उठ रही हैं और ऐसे में डरे हुए हैं। जिनपिंग अपनी कमजोरियों को दबाने के लिए इस तरह की हरकतें कर रहे हैं तांकि लोगों का ध्यान भटकाया जाए और इसलिए वो सीमा नीति पर काम कर रहे हैं।'
चीन को इस बात का डर
गॉर्डन ने आगे बताया कि कोरोना वायरस की वजह से जिस तरह पूरी दुनिया में चीन निशाने पर है उससे उसकी अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ा है। गॉर्डन ने बताया, 'सर्वाधिक जनसंख्या वाले चीन को पता है कि जनसंख्या उसकी ताकत है। लेकिन उन्हें ये भी पता है कि पिछले एक दशक में उसकी आबादी घटी है जबकि भारत की आबादी बढ़ी है और जल्द ही भारत सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। वह ये जानते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही हैं जिससे वो चिंतित हैं क्योंकि ये ताकत अब भारत के पास आने वाली है।'
गार्डन ने बताया कि चीन की प्रमुख ताकत है निर्यात, जो कोरोना वायरस की वजह से लगातार घट रहा है। दुनियाभर में चीन के खिलाफ गुस्सा है और वहां से कई कंपनियां छोड़कर भारत की तरफ रूख कर रही हैं। ऐसे में चीन और बौखलाया हुआ है।