नई दिल्ली: लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नए अध्यक्ष बन गए हैं। रामविलास पासवान लगभग दो दशकों से इस पद पर थे। मंगलवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्हें पार्टी प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया। बेटे के पार्टी प्रमुख बनने पर पासवान ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि चिराग के नेतृत्व में पार्टी आगे बढ़ेगी। पार्टी को और मजबूत किया जाएगा।'
एलजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने चिराग पासवान को पार्टी का नया अध्यक्ष चुना है। पार्टी नेता पशुपति कुमार पारस ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने इसे मंजूरी दे दी। 37 साल के चिराग लोजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं और हाल के वर्षों में पार्टी में महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले रहे हैं।
कंप्यूटर साइंस में स्नातक चिराग ने बॉलीवुड फिल्म- 'मिले ना मिले हम' में अभिनय किया था, जो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा नहीं कर सकी। वह 2014 में बिहार में जमुई आरक्षित सीट जीतकर पहली बार सांसद बने। 2019 लोकसभा चुनाव में वो फिर से जीते हैं।
LJP वर्तमान में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का एक घटक है, जिसका गठन 28 अक्टूबर 2000 को पासवान ने जनता दल (यूनाइटेड) से अलग होने के बाद किया था। वर्तमान में एलजेपी के पास संसद के 6 सदस्य और बिहार में विधानसभा के 2 सदस्य हैं। आठ बार लोकसभा सांसद 73 साल के पासवान लगभग दो दशकों तक लोजपा के अध्यक्ष पद पर रहे।
पासवान ने अपने बेटे चिराग को ऐसे समय में पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी है जब अगले साल बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं।