नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज (मंगलवार) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उनकी यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जबकि दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में सीएए समर्थकों और विरोधियों के में पिछले सप्ताह हुई झड़प के बाद भड़की हिंसा में 47 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 300 से अधिक घायल हुए हैं और चीन में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस ने दिल्ली में भी दस्तक दे दी है। उनके बीच इन दोनों मुद्दों पर चर्चा हुई। बाद में सीएम केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की तारीफ तो कुछ आपत्ति भी जताई।
आधे घंटे तक हुई मुलाकात
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद केजरीवाल ने बताया कि उनके बीच दिल्ली हिंसा और कोरोना वायरस के मुद्दे पर चर्चा हुई, जिसका पहला मामला दिल्ली में सामने आया है। उन्होंने दिल्ली हिंसा को अंजाम देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की तो यह भी कहा कि कोरोना वायरस के संकट से दिल्ली व केंद्र सरकार साथ मिलकर निपटेगी। यह 16 फरवरी को लगातार तीसरी बार दिल्ली के सीएम के तौर पर शपथ लेने वाले केजरीवाल की पीएम मोदी से पहली मुलाकात रही। उन्होंने संसद भवन में पीएम मोदी से मुलाकात की, जो करीब आधे घंटे तक चली।
'दिल्ली में फिर कभी न हो ऐसा'
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा, 'मैंने दिल्ली में हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, चाहे वह किसी भी पार्टी, धर्म या कितना भी ऊंचे ओहदेवाला शख्स क्यों न हो।' पीएम मोदी के साथ मुलाकात को 'शिष्टाचार मुलाकात' करार देते हुए इस बात पर जोर दिया कि यह सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है कि दिल्ली में इस तरह की घटना फिर कभी नहीं हो। उन्होंने ने इस दिशा में केंद्र सरकार से कदम उठाने के लिए कहा।
'कोरोना वायरस से साथ लड़ेंगे'
दिल्ली में कोरोना वायरस का मामला पॉजिटिव पाए जाने पर उन्होंने कहा कि केंद्र और दिल्ली सरकार संक्रमित मरीज के उपचार और इसकी रोकथाम के लिए साथ मिलकर काम करेगी। दिल्ली में जिस शख्स के कोरोना वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है, उसने हाल ही में इटली की यात्रा की थी, जहां इस जानलेवा वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हो गई है, जबकि 2,000 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं।
पुलिस की तारीफ की तो उठाए सवाल भी
बाद में संवाददाताओं से बातचीत में सीएम केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि पुलिस ने जिस तरह 1 मार्च की शाम दिल्ली में हिंसा की अफवाहों पर काबू किया, वह काबिलेतारीफ है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली पुलिस ने अगर इसी तरह की चुस्ती-फुर्ती बीते सप्ताह सोमवार व मंगलवार (24 फरवरी और 25 फरवरी) को दिखाई होती तो हिंसा में जान गंवाने वाले कई लोगों की जिंदगियां बचाई जा सकती थीं।