नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें विद्रोही समूह यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) के साथ बातचीत करने के लिए अधिकृत किया है। कल रात नई दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात करने वाले सरमा ने कहा कि वह एनएससीएन-आईएम के साथ चल रही शांति प्रक्रिया में आंशिक रूप से शामिल हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर नगा विद्रोही समूह के साथ कोई बातचीत नहीं कर रहे हैं।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि असम सरकार ने सरकार के गठन के बाद उल्फा प्रमुख परेश बरुआ के साथ कुछ कम्यूनिकेशन बनाए रखा है। मैंने केंद्रीय गृह मंत्री से पूछा कि क्या ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर मैं उनसे (बरुआ) सीधे बात कर सकता हूं। वह कहते हैं कि हां आप कर सकते हैं, लेकिन यह एक संरचित संवाद होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसलिए, अभी तक मैंने केवल उनसे (बरुआ) फोन पर या अन्य मीडिया के माध्यम से बात करने की अनुमति ली है ताकि हम शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकें। लेकिन ये बहुत प्रारंभिक चीजें हैं, कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाना चाहिए और यह एक लंबा मामला होगा।
उल्फा के साथ बातचीत के बारे में सरमा ने कहा कि अगर चीजें सही दिशा में चलती हैं, तो केंद्र सरकार बाद में संगठन के साथ शांति वार्ता में शामिल हो सकती है।