- अयोध्याअ में भगवान राम के मंदिर शिलान्यास की घोषित तिथि को अशुभ मुहुर्त बताने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तंज कसा
- चौहान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस ने हलफनामा देकर कहा कि भगवान राम कभी पैदा ही नहीं हुए, यह एक कोरी कल्पना है।
- कपिल सिब्बल जी ने रामलला के विरुद्ध खड़े होकर सनातन आस्था का अपमान किया
भोपाल : कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा 05 अगस्त को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर शिलान्यास की घोषित तिथि को अशुभ मुहुर्त बताने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि ‘अरे कांग्रेसियों, राम का नाम लेने से ही समय शुभ हो जाता है।’ पिछले 09 दिनों से भोपाल स्थित चिरायु मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण का अपना इलाज करवा रहे चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि कांग्रेस के नेता, जिन्होंने श्रीराम के अस्तित्व को ही नकार दिया, आज राम मंदिर के निर्माण के शुभ-अशुभ समय के निर्धारण करने में लगे हैं। अरे कांग्रेसियों, राम का नाम लेने से ही समय शुभ हो जाता है। उन्होंने कहा कि देश की जनता बहुत अच्छे से जानती है कि कांग्रेस वही पार्टी है जिसने कभी प्रभु श्रीराम के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगाये।
चौहान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में (कांग्रेस ने) हलफनामा देकर कहा कि भगवान राम कभी पैदा ही नहीं हुए, यह एक कोरी कल्पना है। मणिशंकर अय्यर जी ने भगवान श्रीराम के जन्मस्थान पर सवाल खड़े किए। कपिल सिब्बल जी ने रामलला के विरुद्ध खड़े होकर सनातन आस्था का अपमान किया। (मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) कमलनाथ जी भगवान राम को राजनीतिक स्टंट बताते हैं। एक मिस्टर बंटाधार हैं जिन्हें राम नाम में सिर्फ राजनीति दिखाई देती है। राहुल बाबा तो यह तक कह चुके हैं कि लोग मंदिर लड़कियों को छेड़ने जाते हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि इस निकृष्ट सोच और सनातन धर्म की आस्थाओं के साथ खिलवाड़ का नतीजा है कि आज सम्पूर्ण कांग्रेस अपने पतन की ओर अग्रसर है। कांग्रेस के लिए राम, राजनीति के विषय होंगे लेकिन हमारे लिए राम, भक्ति और आस्था के विषय हैं। चौहान ने कहा कि कांग्रेस के ही कुछ अतिउत्साही नेताओं ने नारा दिया था, 'मंदिर वहीं बनाएंगे,लेकिन तारीख नहीं बताएंगे।' वह शुभ घड़ी आई तो उनके पेट में दर्द होने लगा है। पौराणिक काल में जब ऋषि-मुनि यज्ञ करते थे, तो असुर और राक्षस आकर उसमें विघ्न डालते थे। कांग्रेस के नेता यही चरितार्थ कर रहे हैं।
सोमवार सुबह कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने 05 अगस्त को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर शिलान्यास की घोषित तिथि को अशुभ मुहुर्त बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सोमवार को फिर अनुरोध किया कि इस शिलान्यास कार्यक्रम को उस दिन के लिए टाल दें। उन्होंने कहा कि सनातन हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजर अंदाज करने का नतीजा है कि राम मंदिर के समस्त पुजारी एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई भाजपा नेताओं को कोविड-19 हो रहा है और उत्तर प्रदेश की मंत्री कमल रानी वरुण का इस महामारी से कल रविवार को निधन भी हो गया है।