- कांग्रेस नेता अजय कुमार ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बारे में बयान दिया है
- कुमार ने कहा है कि मुर्मू आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं
- भाजपा ने कुमार के बयान पर पलटवार किया है, बयान को अपमानजनक बताया है
Presidentail Elections 2022 : एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बारे में कांग्रेस नेता अजय कुमार ने विवादित बयान दिया है। कुमार ने बुधवार को कहा कि मुर्मू अच्छी उम्मीदवार हैं लेकिन वह आदिवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं, वह 'बुरे दर्शन' की नुमाइंदगी करती हैं। उन्हें आदिवासी समाज की प्रतीक बताने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस नेता के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है। उसने अजय कुमार के बयान को मुर्मू एवं आदिवासी समुदाय का अपमान करने वाला बताया है।
भाजपा प्रवक्ता पूनावाला ने किया पलटवार
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पलटवार करते हुए कहा कि मुर्मू अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत इस जगह तक पहुंची हैं। पूनावाला ने पूछा कि अजय कुमार किस तरह की 'इविल फिलॉसफी' की बात कर रहे हैं? भाजपा प्रवक्ता ने अपने ट्वीट में कहा कि 'कांग्रेस पार्टी ने सभी हदें पार कर दी हैं, ये पूरे आदिवासी समाज, SC समाज का अपमान है। यह वही मानसिकता है जिसने आंबेडकर जी को दो बार चुनाव हराया, कई सालों तक उन्हें भारत रत्न नहीं दिया।'
अमित मालवीय ने भी हमला बोला
कुमार के इस बयान पर भाजपा के आईटी सेल के प्रवक्ता अमित मालवीय ने भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब पीएम मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए ने आदिवासी समाज की महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। एनडीए की यह पहल जाहिर तौर पर आदिवासी समाज को सशक्त बनाने वाली है, वहीं कांग्रेस नेता की ओर से उन्हें 'इविल' बताया जाना शर्मनाक है।
कांग्रेस नेता ने दी सफाई
वहीं, अपने बयान पर घिरने के बाद अजय कुमार ने सफाई दी है। उन्होंने अमित मालवीय को टैग करते हुए लिखा कि 'मालवीय आप झूठ बोलना बंद करिए। आपको मेरा पूरा बयान देखना चाहिए। मैंने द्रौपदी जी को अच्छा व्यक्ति बताया है। यह मुद्दा उनके बारे में नहीं बल्कि भाजपा की जहरीली मानसिकता के बारे में है। मैं अपने बयान पर कायम हूं। यह हमेशा की तरह भाजपा के आईटी सेल का कट एवं पेस्ट जॉब है।'
विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग 18 जुलाई को वोटिंग होगी और नतीजे की घोषणा 21 जुलाई को होगी।