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'राम मंदिर का निर्माण निर्विघ्न रूप से पूरा हो यही मेरी प्रार्थना है, जय सिया राम'

Updated Aug 05, 2020 | 08:31 IST

Digvijay Singh on Ram Temple Bhoomi Pujan: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास मुहूर्त को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम को टालने की भी मांग की है।

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तस्वीर साभार:&nbspPTI
राम मंदिर के शिलान्यास मुहूर्त पर दिग्विजय सिंह ने उठाए सवाल।
मुख्य बातें
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा राम मंदिर का भूमि पूजन एवं शिलान्यास
  • इसके साथ ही भव्य एवं दिव्य राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत हो जाएगी
  • दीये के प्रकाश से जगमग हैं अयोध्या के मंदिर और घाट, देश मनाएगा 'दीपोत्सव'

नई दिल्ली : अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन एवं शिलान्यास का कार्यक्रम होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर का भूमि पूजन एवं शिलान्यास होगा। इसके साथ ही भव्य एवं दिव्य राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत हो जाएगी। राम मंदिर को लेकर अयोध्या सहित पूरे देश में उत्साह का माहौल है। इस बीच, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर के निर्माण पर बयान दिया है। कांग्रेस नेता का कहना है कि राम मंदिर का शिलान्यास ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के हिसाब से नहीं हो रहा है। उन्होंने इस पर सवाल उठाए हैं। 

दिग्विजय सिंह ने कार्यक्रम टालने की मांग की है
दिग्विजय ने बुधवार को अपने एक ट्वीट में कहा, 'आज अयोध्या जी में भगवान रामलला के मंदिर का 'शिलान्यास' वेद द्वारा स्थापित ज्योतिष शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है, हे प्रभु हमें क्षमा करना। यह निर्माण निर्विघ्न रूप से पूरा हो यही हमारी आप से प्रार्थना है। जय सिया राम।' कांग्रेस नेता पहले भी शिलान्यास के शुभ मुहूर्त को लेकर सवाल उठाते  इस धार्मिक अनुष्ठान को टालने की अपील कर चुके हैं। सोमवार को उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा कि भगवान राम करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र हैं और हजारों वर्षों की हमारे धर्म की स्थापित मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए।

काशी और अयोध्या के पंडित कराएंगे धार्मिक अनुष्ठान
अयोध्या में राम मंदिर के लिए होने वाले भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम को अयोध्या एवं काशी के आचार्य एवं पंडित संपन्न कराएंगे। ये धार्मिक अनुष्ठान वैदिक रीति के साथ होंगे। शिलान्यास कार्यक्रम के लिए चार धामों के अलावा देश के अलग-अलग स्थानों की मिट्टी एवं पवित्र नदियों का जल अयोध्या पहुंचाया गया है। इस कार्यक्रम के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने 175 लोगों को आमंत्रित किया है जिनमें से ज्यादातर साधु एवं संत हैं। पीएम मोदी अयोध्या पहुंचने के बाद सबसे पहले हनुमानगढ़ी जाकर भगवान हनुमान का दर्शन करेंगे। इसके बाद वह राम लला के पास आएंगे और फिर मंदिर के लिए भूमि पूजन एवं शिलान्यास का कार्यक्रम होगा।

दीये के प्रकाश से जगमग है अयोध्या
इस पावन मौके के लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है। अयोध्या के घाट एवं प्रमुख मंदिरों पर मिट्टी के दिये जलाए जा रहे हैं। प्रमुख मंदिरों पर राम कथा और भजन-कीर्तन हो रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर का गवाह बनने के लिए अयोध्या पूरी तरह से सज-धज कर तैयार है। कोशिश अयोध्या को 'त्रेता युग' की तरह दिखाने की हुई है। राम मंदिर की तरफ जाने वाले प्रमुख मार्गों पर स्थित इमारतों को पीले रंग से रंगा गया है। मंदिर के आस-पास की इमारतों पर राम कथा से जुड़े प्रसंगों को तस्वीरों के जरिए उकेरा गया है।

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