नई दिल्ली : हाल ही में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी हश्र पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पार्टी नेताओं पर तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार में कांग्रेस की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि पार्टी को खुद में बड़ा बदलाव करना होगा। उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द कांग्रेस पार्टी ने खुद में बदलाव नहीं किया तो वह दिन दूर नहीं जब यह अप्रासंगिक हो जाएगी।
जयराम रमेश ने एक निजी चैनल में दिए इंटरव्यू में ये बातें कही। उन्होंने इस दौरान कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं को एक बार फिर से तैयार होना होगा, उन्हें पूरे जोश के साथ उठ खड़ा होना होगा। अगर प्रासंगिक रहना है तो उन्हें ऐसा करना ही होगा वरना पार्टी का पार्टी के नेताओं का कोई महत्व नहीं रह जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि हमें अहंकार छोड़ना होगा। छह साल सत्ता से बाहर रहने के बाद भी हममें से बहुत लोग ऐसे हैं जो अभी भी मंत्रियों जैसा व्यवहार करते हैं।
उन्होंने पार्टी की वर्तमान हालात को कोरोना वायरस से जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी की लगातार हार कोरोना वायरस की तरह है, जिसका कोई इलाज नहीं है। अगर इसे फिर से जीवित होना है तो कुछ बदलाव लाने होंगे। हमें खुद का आकलन करने की जरूरत है।
आपको बता दें कि जयराम रमेश पहले ऐसे कांग्रेस नेता नहीं हैं जो पार्टी के अंदरुनी हालात पर सवाल उठा चुके हैं। इसके पहले मल्लिकार्जुन खड़गे और शर्मिष्ठा मुखर्जी जैसे नेता भी पार्टी के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी में स्थानीय नेताओं का हौसला बढ़ाना चाहिए, उन्हें आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए। उन्हें काम करने की आजादी देनी चाहिए, साथ ही नेतृत्व के स्टाइल में भी बदलाव की जरूरत है।