लाइव टीवी

Congress President का चुनावः Shashi Tharoor से 'फेसऑफ' पर बोले Ashok Gehlot- मुकाबला होना चाहिए, ताकि पता चले...

रंजीता झा | SPECIAL CORRESPONDENT
Updated Sep 21, 2022 | 14:44 IST

Congress President Election: गहलोत ने कहा, ''मुझे कांग्रेस की सेवा करनी है। जहां भी मेरा उपयोग है, मैं वहां तैयार रहूंगा। अगर पार्टी को लगता है कि मेरी मुख्यमंत्री के रूप में जरूरत है, या अध्यक्ष के रूप में ज्यादा जरूरत है तो मैं मना नहीं कर पाऊंगा। अगर मेरा बस चले तो मैं किसी पद पर नहीं रहूं। मैं राहुल गांधी के साथ सड़क पर उतरूं और फासीवादी लोगों के खिलाफ मोर्चा खोलूं।'' 

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspTimes Now
तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।
मुख्य बातें
  • अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर बढ़ी हलचल
  • पार्टी मुख्यालय में मिस्री से मिले शशि थरूर
  • राजस्थान के मुख्यमंत्री भी दिल्ली हुए लैंड

Congress President Election: कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई। आज दोपहर पार्टी के सांसद और संभावित उम्मीदवार शशि थरूर पार्टी मुख्यालय पहुंचे और मधुसूदन मिस्री से मुलाकात की। इसके अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी जयपुर से दिल्ली पहुंच चुके हैं। अब तक राहुल गांधी को मनाने की बात करने वाले गहलोत ने कहा है कि अगर पार्टी कहेगी तो मैं अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करूंगा। ताजा घटनाक्रमों को देखते हुए इतना तो तय है कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में अशोक गहलोत बनाम शशि थरूर की लड़ाई होने वाली है।

दिल्ली पहुंचने पर आज अशोक गहलोत ने कहा, 'पार्टी की तरफ से मुझे कहा जाएगा तो मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करुंगा। मेरा बस चले तो मैं बिना किसी पद के राहुल गांधी के साथ यात्रा करुंगा।' एक व्यक्ति और एक पद के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा, 'यह तो खुला चुनाव है। यहां कोई भी खड़ा हो सकता है। मैं दोनों ही पद पर रह सकता हूं और कहीं भी नहीं रह सकता हूं।'

कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का स्पष्ट संकेत देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि पार्टी आलाकमान उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपेगा, उसे वह निभाएंगे। दिल्ली पहुंचे गहलोत ने यह भी कहा कि वह कोच्चि जाकर राहुल गांधी को इस बात के लिए मनाने का आखिरी प्रयास करेंगे कि वह पार्टी अध्यक्ष का पद संभालें। उनका कहना था कि राहुल गांधी से बातचीत करने के बाद ही वह तय करेंगे कि आगे क्या करना है। 

गहलोत ने कहा, ''मुझे कांग्रेस की सेवा करनी है। जहां भी मेरा उपयोग है, मैं वहां तैयार रहूंगा। अगर पार्टी को लगता है कि मेरी मुख्यमंत्री के रूप में जरूरत है, या अध्यक्ष के रूप में ज्यादा जरूरत है तो मैं मना नहीं कर पाऊंगा। अगर मेरा बस चले तो मैं किसी पद पर नहीं रहूं। मैं राहुल गांधी के साथ सड़क पर उतरूं और फासीवादी लोगों के खिलाफ मोर्चा खोलूं।'' 

आगे उन्होंने कहा, ''मुझे पार्टी ने सब कुछ दिया है, आज अगर पार्टी संकट में है तो इनके (भाजपा के) कारनामों के कारण है, कोई हमारी गलतियों से नहीं है। आज जो स्थिति है उसमें कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है। कांग्रेस की मजबूती के लिए जहां जरूरत होगी, वहां मैं खड़ा रहूंगा।''

उन्होंने कहा, ''मैं कोच्चि जाऊंगा और आखिरी बार राहुल गांधी को मनाने का प्रयास करूंगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में मैंने ही प्रस्ताव रखा था कि उन्हें अध्यक्ष बनना चाहिए। उन्हें मैं मनाने का प्रयास करूंगा, उसके बाद तय करूंगा।'' 

गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में 'भारत जोड़ो यात्रा' करेंगे तो पार्टी के लिए एक अलग माहौल बनेगा। पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता शशि थरूर से अध्यक्ष पद के चुनाव में मुकाबले की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ''मुकाबला होना चाहिए ताकि लोगों को मालूम पड़े कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है। क्या भाजपा में पता चलता है कि राजनाथ सिंह कैसे अध्यक्ष बन गए और जे पी नड्डा कैसे अध्यक्ष बन गए?'' 

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।