- भारत में कोरोना का पीक जनवरी के अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में हो सकता है।
- पीक के समय एक दिन में 4-8 लाख मामले सामने आ सकते हैं।
- बिहार, झारखंड, यूपी, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में तेजी से मामले बढ़ रहे हैं।
नई दिल्ली: कोरोना की रफ्तार अब डराने लगी है। देश में पिछले 24 घंटे में 1.79 लाख से ज्यादा केस आ गए हैं। और जिस तरह से हर रोज नए मामले आ रहे है, उसे देखते हुए विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि भारत में कोरोना विस्फोट हो सकता है। और एक दिन में 4-8 लाख तक केस आ सकते हैं। जो कि डेल्टा वैरिएंट की वजह से आई दूसरी लहर से भी ज्यादा होगा। परेशान करने वाली बात यह है कि देश के कई राज्य हैं, जहां पिछले एक हफ्ते में बहुत तेजी से केस बढ़े हैं। और उनकी रफ्तार से 6000 हजार से प्रतिशत से लेकर 20, 000 प्रतिशत तक है। साथ ही उनकी आर नॉट वैल्यू भी राष्ट्रीय स्तर से ज्यादा है, जो कि खतरनाक स्तर को पार कर गई है।
एक दिन में 4-8 लाख केस
आईआईटी के प्रोफेसर मनीन्द्र अग्रवाल रिपोर्ट के अनुसार भारत में जिस रफ्तार से कोरोना बढ़ रहा है, उसे देखते हुए, भारत में कोरोना का पीक जनवरी के अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में हो सकता है। और उस वक्त 4-8 लाख मामले प्रतिदिन आ सकते हैं।
इन राज्यों में कोरोना विस्फोट की आशंका
दिल्ली और मुंबई के अलावा देश के कई राज्य हैं, जहां अब कोरोना बहुत तेजी से फैला रहा है। पिछले एक हफ्ते के आंकड़ों की अगर तुलना में की जाय तो 7-8 राज्य ऐसे हैं, जहां पर आने वाले दिनों में कोरोना विस्फोट की आशंका है।
कोविड-19 भारत डॉट ओआरजी के अनुसार बिहार में पिछले हफ्ते, उसके 15 दिन पहले की तुलना में कोविड-19 केस में 20 हजार फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ हुई है। इसी तरह उत्तर प्रदेश में 9557 फीसदी की ग्रोथ हुई है। राजस्थान में 7872 फीसदी, झारखंड में 7213 फीसदी, पंजाब में 6971.1 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 6398 फीसदी और केंद्रशासित प्रदेश में दादरा नागर हवेली में 8500 फीसदी की ग्रोथ हुई है।
आर नॉट वैल्यू भी खतरनाक स्तर पर
cov-IND-19 स्टडी ग्रुप की रिपोर्ट के अनुसार 9 जनवरी को देश में आर नॉट वैल्यू 1.65 फीसदी थी। वहीं अगर सरकार के आंकड़ों की बात करें, तो उसके अनुसार 3 जनवरी को आर नॉट वैल्यू 2.69 फीसदी थी। इसी तरह बिहार, झारखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़ में आर नॉट वैल्यू राष्ट्रीय औसत से ज्यादा हो गया है। ऐसे में साफ है कि आने वाले दिनों में इन राज्यों में तेजी से केस बढ़ सकते हैं।
इन राज्यों में कम वैक्सीनेशन
एक चिंता की बात यह भी है कि अभी बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य जहां, राष्ट्रीय औसत की तुलना में दोनो डोज वैक्सीन कम लोगों को लगी है। इस उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ आबादी में से 7.9 करोड़ वैक्सीन की डबल डोज लग चुकी है। इसी तरह बिहार की 12 करोड़ आबादी में से 4.4 करोड़ और झारखंड में 3.7 करोड़ में से 1.2 करोड़ वैक्सीन की डबल डोज लग चुकी है। वहीं राष्ट्रीय स्तर करीब 63 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डबल डोज लगाई जा चुकी है। जो कि कुल योग्य आबादी का 60 फीसदी से ज्यादा है।