- पिछले 24 घंटे में तीस हजार से अधिक केस, केरल और मिजोरम चिंता की वजह
- कोविड प्रोटोकॉल में ढील का भी पड़ रहा है असर
- मुंबई में हर रोज इस समय 500 से अधिक केस आ रहे हैं सामने
कोरोना की तीसरी लहर के बारे में तरह तरह की संभावनाएं जताई जा रही है। हालांकि स्पष्ट तौर पर कोई चेतावनी नहीं जारी की गई है। करीब एक महीने पहले कोविड संबंधित प्रतिबंधों में ढील दी गई है, हम यहां बताएंगे कि उस ढील का कोरोना के केस से क्या संबंध हैं। लेकिन ताजे आंकड़ों पर नजर डालना भी जरूरी है।
पिछले 24 घंटे में 30 हजार से अधिक केस
अगर बात पिछले 24 घंटे की करें तो करीब 30,570 नए केस सामने आए हैं और 431 लोगों की मौत हुई है। देश में अब तक कोरोना के कुल तीन करोड़ 33 लाख से अधिक केस दर्ज किए गए। इसके साथ ही अब तक चार लाख 43 लाख लोगों की मौत हुई है। अगर बात वैक्सीनेशन की करें तो देश में 76 करोड़ से अधिक डोज दिए गए हैं।
लापरवाही पड़ सकती है भारी
इन आंकड़ों के हिसाब से पिछले सात दिन से कोरोना के केस 40 हजार के आंकड़े के नीचे हैं। लेकिन मिजोराम और केरल से आने वाले आंकड़े चिंता बढ़ा रहे हैं। इसके साथ ही अगर बात मुंबई की करें तो कोरोना के केस 500 से पार हैं। इसके अलावा हर रोज कोरोना के रिपोर्ट होने वासे मामलों में 30 से 35 फीसद केरल से जुड़े हैं सवाल यह है कि कोविड प्रतिबंधों में ढील का असर तो नहीं है। इस मामले में जानकार कहते हैं कि आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए जो फैसला किया गया है अगर उसमें लोगों ने ऐहतियात या सरकार की तरफ से सख्ती नहीं बरती गई तो मामला हाथ से निकल सकता है।
सरकारों को आर्थिक गतिविधियों को आगे ले जाने की कवायद के बीच इस बात को सुनिश्चित करना होगा कि लोग नियमों और कानून के पालन में किसी तरह की ढिलाई ना बरतें। यह बात सच है कि देश में 76 करोड़ से अधिक डोज दिए गए हैं। लेकिन जिस तरह से कोरोना वायरस म्यूटेट कर रहा है उस सूरत में लापरवाही नहीं बरती जा सकती है।